देश भर में श्रद्धालु मना रहे महाशिवरात्रि का पर्व, मंदिरों में गूंज रहा हर-हर महादेव का नारा


भगवान शिव की नगरी वाराणसी से लेकर हर शहर के छोटे-छोटे शिव मंदिरों मे सुबह से ही भगवान शिव की अराधना के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है।


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सितारों की बात Published On :
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फोटो सौजन्यः निशा राय


नई दिल्ली। देशभर में महाशिवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर मंदिरों में हर-हर महादेव का नारा गूंज रहा है। भगवान शिव की नगरी वाराणसी से लेकर हर शहर के छोटे-छोटे शिव मंदिरों मे सुबह से ही भगवान शिव की अराधना के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है।

वाराणसी के विश्व विख्यात काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर जलाभिषेक किया। मंदिर में तड़के ही भक्तों के जुटने का सिलसिला शुरू हो गया था। हर तरफ भोले नाथ के जयकारे की गूंज सुनाई दे रही है। श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी भी लगा रहे हैं।

महाशिवरात्रि पर्व का काशी में अपार महत्व है। देश के हर क्षेत्र से श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं जिला प्रशासन ने जिले के हर शिव मंदिर के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए विशेष प्रबंध यहां पर किए गए हैं।

अद्भुत काशी विश्वनाथ धाम में बाबा के दरबार ने इस बार दर्शकों का मन मोहने में कोई कमी नहीं छोड़ी। वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अद्भुत काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया था।

पीएम मोदी के पर्यासों से ही काशी विश्वनाथ धाम का पूरी तरह से कायाकल्प हो चुका है। अब भक्त गंगा में डुबकी लगाने के बाद सीधे धाम में दर्शन के लिए आराम से पहुंच सकते हैं। काशी विश्वनाथ धाम में इस बार गंगा नदी की ओर से ही श्रद्धालुओं के प्रवेश की व्यवस्था की गई थी।

वहीं, इस अवसर पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर देशवासियों को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं दी।

महाकाल की नगरी उज्जैन दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब –

वहीं महाकाल की नगरी उज्जैन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। यहां भस्म आरती की गई। महाशिवरात्रि पर्व पर उज्जैन शहर में आज सुबह से ही उल्लास का माहौल नजर आया जबकि बाहर से आए लाखों श्रद्धालुओं के स्वागत में शहर पूरी रात जागा है।

पुराने शहर और सड़कों पर गहमागहमी नजर आई। वाहनों की लम्बी कतारें इंदौर मार्ग पर देखी गई। इस बीच हर तरफ जय महाकाल की अनुगूंज होती रही। महाशिवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात 3 बजे से दर्शन का सिलसिला प्रारंभ हो गया था।

आस्था ठंड पर भारी नजर आई –

वहीं महाकाल के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को करीब 2-2 घंटे कतार में लगना पड़ा। आज के दिन आस्था ठंड पर भारी नजर आई। ठण्डी हवाओं से रातभर ठिठुरन रही लेकिन बच्चों से लेकर महिलाओं तक, युवाओं से लेकर वृद्ध तक कतार में खड़े होकर भोलेनाथ की एक झलक पाने को बेताब नजर आए।

पूरी उज्जयिनी नगरी शिवमय हो गई। तड़के बाबा महाकाल की भस्म आरती सम्पन्न हुई। इसके बाद बाबा का दूल्हा स्वरूप में आकर्षक श्रृंगार किया गया। इसके पश्चात दिनभर बाबा महाकाल ने निराकार स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिए।

महाशिवरात्रि पर नीलकंठ सहित ऋषिकेश में भक्तों ने गंगा में लगाई डुबकी –

उधर, महाशिवरात्रि के अवसर पर विख्यात नीलकंठ सहित ऋषिकेश तीर्थनगरी के तमाम शिवालयों में भोले भक्तों ने त्रिवेणी घाट, लक्ष्मण झूला, स्वर्ग आश्रम के घाटों पर शनिवार को गंगा में डुबकी लगाकर हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ शिवलिंग पर जलाभिषेक, रुद्री पाठ और रुद्रा महायज्ञ किया गया। इस दौरान प्राचीन सोमेश्वर और वीरभद्र मंदिर पर मेलों का आयोजन भी किया गया।

नीलकंठ महादेव मंदिर के दर्शन और जलाभिषेक के लिए लाखों की संख्या में शुक्रवार से ही भोले के भक्त पहुंचने लगे थे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात नजर आया।

हरिद्वार के दक्षेश्वर में देश के कोने-कोने से पहुंचे श्रद्धालु –

उत्तराखंड में महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं ने हरिद्वार के दक्षेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन किए। यहां भी प्रात: काल से लोग दर्शन के लिए लंबी कतार में लगे नजर आए। न केवल महादेव का दर्शन पाने को बल्कि हाथों में दूध भरा लौटा लिए महादेव का दुग्ध अभिषेक करने को भी श्रद्धालुओं की भीड़ हर पल बढ़ती ही नजर आती रही।

केवल प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश के कोने-कोने से लोग अपने परिवारों के साथ आकर लोग महादेव के दर्शन और आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचे। इसी बीच मंदिर शिव चालिसा और मंत्रों के सुरिले उच्चारणों से गूंजता नजर आया। इस बीच लोगों के चेहरों पर लंबी कतारों में खड़े रहने की थकावट नहीं नजर आई।

दिल्ली के गौरीशंकर मंदिर में चरम पर नजर आई भक्ति –

दिल्ली में भी महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। दिल्ली में सुबह से ही भक्तों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिली। दिल्ली के गौरी शंकर मंदिर में आस्था और भक्ति चरम पर नजर आई।

दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे श्रद्धालु हर-हर महादेव और ओम नम: शिवाय के नारे लगाते नजर आए। गौरी शंकर मंदिर में महाशिवरात्रि पर आलम कुछ ऐसा नजर आया कि लोग सुबह 4 बजे से ही मंदिर में बाबा भोलेनाथ के दर्शन के लिए आने लगे। इसके बाद श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती चली गई। लोगों को मंदिर में पंचामृत भी दिया गया।

देवघर में रात से कतारबद्ध रहे श्रद्धालु –

देवघर में महाशिवरात्रि के अवसर पर बैद्यनाथ धाम की पावन नगरी में रातभर श्रद्धालुओं कतार में खड़े नजर आए। यहां बैद्यनाथ धाम की आस्था में जनसैलाब ऐसा उमड़ा कि देखने वाले भी चकित रह गए।

बाबा के जलार्पण के लिए श्रद्धालु रात्रि से ही कतारबद्ध होकर अपने होल्डिंग प्वाइंट में विश्राम कर रहे थे। अप्रत्याशित रूप से लाखों की संख्या में आए श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन द्वारा पूर्व से चाक-चौबंद व्यवस्था रखी गई।

मुंबई और तमिलनाडु में भी मंदिरों में भक्तों का लगा तांता –

इसके अलावा मुंबई और तमिलनाडु में भी मंदिरों में भक्तों का तांता लगा नजर आया। केरल के तिरुवनंतपुरम के विझिंजम में समुद्र किनारे स्थित शिव मंदिर आज्हिमाला में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे। हजारों की तादात में श्रद्धालुओं की भीड़ लंबी कतार बनाए महाकाल के दर्शन करने को व्याकुल नजर आई।

बाबा केदार के कपाट खुलने की तिथि हुई तय –

वहीं शनिवार शिवरात्रि के अवसर पर पंचकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में आयोजित धार्मिक समारोह में पंचांग गणना पश्चात विधि-विधान से श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति, पंचगाई हक-हकूकधारियों सहित केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज तथा श्रद्धालुगणों, स्थानीय प्रशासन की उपस्थिति में आचार्य वेदपाठियों द्वारा श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की गई।

श्री केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को प्रात: 6 बजकर 20 मिनट पर तीर्थयात्रियों व श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुलेंगे। जबकि 20 अप्रैल को भैरवनाथ जी की पूजा होगी तथा 21 अप्रैल शुक्रवार को भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली केदारनाथ प्रस्थान करेगी।



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