इंदौर। मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियां तेज़ हैं। राहुल गांधी की यह यात्रा 20 नवंबर को बुरहानपुर से मध्यप्रदेश में प्रवेश करेगी। अपने रूट के पहले पूरी तरह हिंदी भाषी राज्य में प्रवेश कर रही है ऐसे में कुछ खास तैयारियां की जा रही हैं। कांग्रेस नेताओं ने यात्रा को लेकर माहौल बनाना शुरू कर दिया है। इस यात्रा के दौरान महू, इंदौर और उज्जैन सबसे अहम पड़ाव होंगे। ऐसे मैं यहां ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने की तैयारी है
यात्रा को लेकर हैदराबाद में आज मध्य प्रदेश कांग्रेस नेताओं की ज़रूरी बैठक हुई। बैठक में भारत जोड़ो यात्रा की आयोजन समिति के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह के अलावा मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह, पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव, प्रदेश में यात्रा के समन्वयक पीसी शर्मा समेत कई विधायक मौजूद रहे।
इन नेताओं ने तेलंगाना में यात्रा की व्यवस्थाओं को समझा और मध्यप्रदेश के कार्यक्रम को लेकर चर्चा की।
आज भारत जोड़ो यात्रा को लेकर यात्रा के राष्ट्रीय प्रभारी श्री दिग्विजय सिंह जी के साथ मध्यप्रदेश के वरिष्ठ नेताओं ने मुलाकात कर यात्रा के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की । pic.twitter.com/PlSAlVwQh2
— Arun Subhash Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) November 1, 2022
इन नेताओं ने बताया कि वे ये देखने समझने आए हैं कि राहुल गांधी कितने बजे निकलते और कितने किलोमीटर चलते हैं। जहां-जहां पर वे जाते हैं, वहां पर लोकल नेताओं की क्या तैयारी रहती है। जहां पर ठहरते हैं, वहां किन लोगों से मिलते हैं।
भारत जोड़ो यात्रा के लिए बनाए गए रूट के मुताबिक मध्य प्रदेश को पैदल पार करने में कांग्रेस पदयात्रियों को 16 दिन लगेंगे। यात्रा पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के जलगांव जामोद से मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगी। मध्य प्रदेश में पहला पड़ाव बुरहानपुर जिले का बोदारली होगा। यहां से खंडवा, सनावद, बड़वाह, इंदौर, उज्जैन होते हुए आगर मालवा जिले की सुसनेर विधानसभा से राजस्थान के कोटा जिले में जाएगी। यात्रा मप्र के विधानसभा चुनाव के लिहाज से अहम मानी जा रही है।
मध्य प्रदेश में पदयात्री 382 किलोमीटर की यात्रा तय करेंगे। राज्य के 7 लोकसभा और 18 विधानसभा क्षेत्रों से यह गुजरेगी। मध्य प्रदेश में राहुल गांधी छात्रों और युवाओं से मिलेंगे। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने बताया कि, ‘3 नवंबर को राजधानी भोपाल में बैठक के बाद नेताओं की भूमिका तय की जाएगी। यूथ कांग्रेस का दायित्व यह है कि प्रदेश के सभी जिलों से हजारों की संख्या में युवा इस यात्रा से जुड़ें। रोजगार और स्कॉलरशिप के लिए संघर्ष कर रहे युवाओं और छात्रों से भी राहुल गांधी मुलाकात करेंगे।