नई दिल्ली। भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने समाचार संस्थान द वायर के संपादकों के घर छापेमारी की।
न्यूज वेबसाइट ‘द वायर’ के संस्थापक सिद्धार्थ वरदराजन, संपादक एम.के. वेणु और जाह्न्वी सेन के घरों पर यह छापेमारी की गई। इस दौरान क्राइम ब्रांच ने कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और कागजात जब्त कर लिए हैं। इस छापेमारी की कई लोग निंदा कर रहे हैं तो कहीं इसके समर्थन में है। देश के प्रतिष्ठित अखबार द हिंदू के संपादक एन राम ने भी इसे गलत बताया है।
All democrats must share our deep concern over the Delhi police’s reported “search” of the residences & devices of The Wire’s Siddharth Varadarajan and M. K. Venu. What is the legal justification for targeting them? Amit Malviya’s over-the-top complaint?
— N. Ram (@nramind) October 31, 2022
इसे लेकर दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उन्होंने सिद्धार्थ वरदराजन, एमके वेणु और अन्य के आवासों से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (मोबाइल, लैपटॉप) जब्त किए हैं। पुलिस ने बताया कि किसी को कोई नोटिस नहीं दिया गया और न ही कोई पूछताछ हुई। आगे की जांच जारी है। जांच के बाद ही आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि जल्द ही वे सभी आरोपियों को जांच में शामिल होने के लिए समन भेजेंगे।
गौरतलब है कि द वायर ने अमित मालवीय को लेकर एक खबर प्रकाशित की थी। जिसे बाद में मीडिया संस्थान ने वापस ले लिया था और उस खबर के लिए माफी भी मांगी थी। इस मामले में फेसबुक की मुख्य कंपनी मेटा का भी नाम काफी बार लिया गया। द वायर ने अपनी रिपोर्ट मेटा मैं अपने सूत्रों के हवाले से प्रकाशित की थी लेकिन कंपनी के लोगों ने इसे बेबुनियाद बताया इसके बाद द वायर की रिपोर्ट पर लगातार सवाल उठ रहे थे।
FLASH: Electronic devices (mobiles, laptops) seized from residences of Siddharth Varadarajan,MK Venu & others in wake of fake narratives & conspiracy against Facebook @Meta & @amitmalviya
Investigations go on, reports @AlokReporter for @TheNewIndian_in pic.twitter.com/cyBEfR5Ao6
— Rohan Dua (@rohanduaT02) October 31, 2022
गुरुवार को मालवीय ने कहा था कि वह अपनी छवि और प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाले ‘द वायर’ के खिलाफ मामला दर्ज करवाएंगे। उन्होंने कहा था, ‘मैंने ‘द वायर’ के खिलाफ आपराधिक और दीवानी केस दर्ज करने का फैसला किया है। न केवल मैं आपराधिक प्रक्रिया को गति दूंगा, बल्कि मैं हर्जाने की मांग के लिए एक दीवानी अदालत में मुकदमा भी करूंगा, क्योंकि उन्होंने मेरी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए जाली दस्तावेज बनाए थे।’