महाकाल लोक में 66 हजार लोगों को लाने पर खर्च हुए 3.39 करोड़ रुपये


सभी 15 जिलों से 66 हजार लोगों को बुलवाया गया था जिनके परिवहन पर 2 करोड़ 73 लाख 8 हजार 700 रुपये खर्च हुए जबकि भोजन व्यवस्था पर एक करोड़ 32 लाख रुपये की राशि खर्च हुई।


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इन्दौर Published On :
mahakal lok people spent

इंदौर। महाकाल लोक के उद्घाटन समारोह के कार्यक्रम में भोजन और परिवहन पर ही 3.39 करोड़ रुपये खर्च होने का नगरीय प्रशासन विभाग का पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

वायरल हो रहे इस पत्र में 11 अक्टूबर को उज्जैन में प्रधानमंत्री द्वारा श्री महाकाल लोक परियोजना के लोकार्पण और नगरीय विकास एवं आवास विभाग की विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को लेकर आयोजित कार्यक्रम का खर्च दिखाया गया है जिसमें 1,310 बसों व मैजिक का उपयोग परिवहन के लिए किया गया था।

वायरल पर्चे के मुताबिक, मध्यप्रदेश के मालवा-निमाड़ के 15 जिलों से 66 हजार हितग्राहियों को लाया गया। पत्र में राशि आवंटित करते हुए लिखा था कि विभाग की योजनाओं और मिशनों के हितग्रहियों उन्मुखीकरण कार्यक्रम के लिए उपलब्ध कराई जा रही बसों व वाहनों के लिए जिलों को राशि दी जा रही है।

viral mahalok expenses letter

इस पत्र के मुताबिक, इस कार्यक्रम में परिवहन और भोजन को लेकर 3 करोड़ 39 लाख 38 हजार 700 रुपये खर्च हुए। विभाग द्वारा पहली किस्त के रूप में 2 करोड़ 33 लाख 57 हजार 90 रुपये जारी कर दिए गए।

बता दें कि कार्यक्रम में उज्जैन के अलावा देवास, शाजापुर, आगर मालवा, रतलाम, नीमच, मंदसौर, इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर से लोगों को बुलया गया था और इनमें सबसे ज्यादा बसें उज्जैन जिले में लगाई गई थी।

सभी 15 जिलों से 66 हजार लोगों को बुलवाया गया था जिनके परिवहन पर 2 करोड़ 73 लाख 8 हजार 700 रुपये खर्च हुए जबकि भोजन व्यवस्था पर एक करोड़ 32 लाख रुपये की राशि खर्च हुई।

mahakal lok vehicles and expenses

महाकाल लोक के उद्घाटन समारोह में यह केवल परिवहन और भोजन की व्यवस्था का आंकड़ा सामने आया है। अभी पंडाल, कुर्सियां, माइक, लाइट, उद्यान सहित अन्य विभागों द्वारा की गई अलग व्यवस्थाओं को लेकर खर्च का आंकड़ा आना बाकी है।

सरकार द्वारा आवंटित राशि 15 जिलों के नगर पालिका निगम, नगर पालिका परिषद के भारसाधक अधिकारी को आवंटित की गई, जो कलेक्टर के निगरानी में दी जाएगी। हालांकि, इस वायरल पत्र की पुष्टि देशगांव.कॉम नहीं करता है।



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