सोनिया का ATM कहने पर भड़के CM बघेल, बोले- माफी मांगे रमन वरना करूंगा मानहानि का दावा


सीएम बघेल ने कहा कि रमन सिंह ने जो बयान दिया है, वो घोर आपत्तिजनक है। वो कहते हैं कि मैं सोनिया गांधी का एटीएम हूं। वो कहते हैं कि मैं 25 रुपया प्रति टन कोयला का कमीशन मैं ले रहा हूं।


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छत्तीसगढ़ Published On :
raman singh vs bhupesh baghel

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की कार्रवाई के बाद भाजपा व कांग्रेस के नेताओं के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है।

ईडी की छापेमारी को लेकर भाजपा नेता व पूर्व मुख्‍यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दिए बयान पर कांग्रेस नेता व प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है।

मुख्‍यमंत्री बघेल ने डॉ. रमन सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह गलत और आपत्तिजनक बयानबाजी कर रहे हैं। मुझ पर लगाए गए आरोपों को वे प्रमाणित करें, नहीं तो सार्वजनिक रूप से माफी मांगे अन्यथा मैं उनके खिलाफ कानून कार्यवाही करूंगा और मानहानि का दावा ठोकूंगा।

ईडी की छापेमारी से राज्य सरकार के डरने वाले डॉ. रमन सिंह के बयान पर सीएम बघेल ने कहा कि कौन डर रहा है। डर तो इनके मन में है, डरता कोई नहीं है। रमन सिंह तो बार-बार छूतका लेते रहते हैं। इनका एक ही काम है, दिल्‍ली जाकर बार-बार शिकायत करते हैं।

सीएम बघेल ने कहा कि रमन सिंह ने जो बयान दिया है, वो घोर आपत्तिजनक है। वो कहते हैं कि मैं सोनिया गांधी का एटीएम हूं। वो कहते हैं कि मैं 25 रुपया प्रति टन कोयला का कमीशन मैं ले रहा हूं। वे इन आरोपों को प्रमाणित करें या सार्वजनिक रूप से माफी मांगे अन्यथा उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी और मानहानि का दावा भी करूंगा।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वैसे भी कोयला तो केंद्र सरकार के अधीन है। राज्य सरकार की इसमें क्या भूमिका है। खदान केंद्र आवंटित करती है। यहां 58 खदानों में से 52 तो एसईसीएल यानी भारत सरकार का है। प्राइवेट प्लेयर तो बंद ही हो गये थे अब तो दो-चार शुरू हुए हैं।

कोयला ट्रांसपोर्ट के चक्कर में महीनों से पैसेंजर ट्रेन बंद करके रखे हैं। उद्योगों को कोयला नहीं मिल रहा है। इसके बारे में रमन सिंह क्यों नहीं पूछते। आखिर वो पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं।

बता दें कि छत्‍तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश के 40 अधिकारियों के ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई हुई है जिससे छत्तीगसढ़ शर्मसार हो गया है।

उन्होंने कहा कि सीएम बघेल पहले से ही ईडी की कार्रवाई का इंतजार कर रहे थे और उनकी काली कमाई का पर्दाफाश हुआ है। कोरबा में चाय ठेले से लेकर पान ठेले वाले भी जानते हैं कि कोयले में 25 रुपये प्रति टन की वसूली की जा रही है। सीएम ने तो कलेक्टर को कलेक्टिंग एजेंट बना दिया है।



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