धार। जिला कलेक्टर डॉं. पंकज जैन के निर्देशन में जिले में आयुष मलेरिया नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है। इस कड़ी में जिला आयुष अधिकारी डॉं. रमेश चन्द्र मुवेल द्वारा मलेरिया हाई रिस्क गांवों के तहत धार जिले के ग्राम उटावद में मलेरिया ऑफ 200 होम्योपैथिक औषधि की तीसरी खुराक वितरण कार्य का निरीक्षण किया गया।
इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों एवं आमजन को होम्योपैथिक औषधि मलेरिया ऑफ 200 के सेवन के तरीके के बारे में बताया।
उन्होंने गांववालों को बताया कि होम्योपैथिक औषधि का सेवन करते समय मुख को साफ रखें, होम्योपैथिक दवाई खाने के पहले एवं बाद में कोई भी चीज न खायें, दो दवाई को खाने के बीच 15 मिनट का अंतर रखे।
दवाई को बच्चों की पहुंच से दूर रखें, दवाई मीठी होने के कारण बच्चों के द्वारा पूरी दवाई की फाइल्स खा ली जाती है। दवाई खुशबूदार चीजों से दूर रखें। दवाई को फाइल्स के ढक्कन, या चम्मच में लेकर सेवन करें।
दवाई का सेवन होम्योपैथिक चिकित्सक की सलाह से करने, मलेरिया के लक्षण – बुखार आना, सिर दर्द होना, उल्टी होना, ठंड लगना, चक्कर आना, थकान लगने पर बचाव के उपाय बताते हुए प्रकिया बताई गई।
इसके लिए स्वच्छता का ध्यान रखना, घर के कूलर, पुराने पड़े टायर आदि में पानी जमा न होने देना, सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करने, पानी के गड्ढे में करोसिन या टिनोफोर्स डालना, नीम का धुआं करना, पूरी बांह के कपड़े पहनना तथा बुखार आने पर निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर स्वास्थ्य परीक्षण करवाने की सलाह दी गई।
इस अवसर पर डॉ. नरेंद्र नागर नोडल अधिकारी आयुष मलेरिया सहित आयुष पैरामेडिकल, एएनएम, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व आंगनवाड़ी सहायिकाएं उपस्थिति थीं।