धार। जिला अस्पताल में अब मरीजों को जन्म प्रमात्र-पत्र, मेडिकल बोर्ड प्रमाण-पत्र, आयुष्मान कार्ड व वैक्सिनेशन जैसी तमाम जानकारी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
जिला अस्पताल प्रशासन ने स्वास्थ्य सुविधाओं को देखते हुए दवाई वितरण केंद्र के सामने सहायता केंद्र की शुरुआत की है। इस केद्र में मेडिकल बोर्ड से लेकर सभी वार्डों की जानकारियां अस्पताल आने वाले मरीजों को मिल सकेंगी, जिससे मरीजों को भटकना नहीं पड़ेगा।
आगामी दिनों में लक्ष्य सर्टिफिकेट के लिए सर्वे होना है, इसके लिए टीम भी जिला अस्पताल का निरीक्षण करने आ सकती है।
टीम मैटरनिटी से लेकर व्यवस्थाओं को जांचेगी, जिसको लेकर भी विगत दिनों जिला पंचायत सीईओ केएल मीणा और एसडीएम दीपश्री गुप्ता ने अस्पताल अधिकारियों के साथ पूरे परिसर का निरीक्षण किया था।
पहले दिन ही 150 से ज्यादा इंक्वायरी –
जिला अस्पताल के नवीन सहायता केंद्र पर पहले ही दिन करीब 150 से ज्यादा लोगों ने जन्म प्रमाण-पत्र से लेकर वार्ड में भर्ती मरीजों की जानकारी हासिल की जिससे उन्हें अन्य जगहों पर भटकना नहीं पड़ा।
दरअसल जिला अस्पताल 110 साल पुराना भवन होने की वजह से साढ़े तीन हेक्टेयर भूमि पर बना हुआ है। इसमें अलग-अलग जगह पर अलग-अलग डिपार्टमेंट बने हुए हैं। इसमें कई बार मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
समय पर उन्हें सही जानकारी नहीं होने के कारण उन्हे भटकना पड़ता था। अस्पताल में जुलाई में सहायता केंद्र शुरू किया गया था। यह केंद्र इमरजेंसी ओपीडी में होने से लोगों को इसका पता नहीं चल पा रहा था और कुछ दिन चलने के बाद यह केंद्र बंद हो गया था।
अब अस्पताल प्रबंधन द्वारा दवाई वितरण केंद्र के सामने एल्युमिनियम का एक नया कक्ष बनाया गया। यह कक्ष अस्पताल के पुराने भवन में होने से सभी को इसकी जानकारी है। सहायता केंद्र शुरू होने से अस्पताल में आने वाले मरीजों को काफी राहत होगी।