इंदौर। पॉपुलर फ्रट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई के ठिकानों और नेताओं पर गुरुवार सुबह से ही केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई जारी रही। यह कार्रवाई देशभर के 13 राज्यों में इस संगठन के ठिकानों पर हो रही है। इस दौरान बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां की गई हैं। टेरर फंडिंग को लेकर यह गिरफ्तारियां राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी यानी NIA के द्वारा की जा रही हैं वहीं प्रवर्तन निदेशालय यानी ED भी सक्रिय है। बताया जा रहा है कि इन एजेंसियों के पास PFI के खिलाफ कई सुबूत मौजूद हैं।
Over 100 PFI activists have been arrested from 10 states by NIA in its biggest ever operation against Terrorism, Terror funding and anti-India movement.
— Singh Varun (@singhvarun) September 22, 2022
यह कार्रवाई दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, कर्नाटक आदि राज्यों में यह कार्रवाई की जा रही है। जिसमें सौ से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं को पकड़ा गया है। बताया जाता है कि देश में दंगों के दौरान इस संगठन की भूमिका के सुबूत मिले हैं। इसके अलावा विरोध प्रदर्शनों को भड़काने आदि में भी यह संगठन सक्रिय रहा है। मध्यप्रदेश में इंदौर और उज्जैन में जांच एजेसिंया सक्रिय हैं।
इस कार्रवाई में इंदौर और उज्जैन से 4 नेताओं को हिरासत में लिया गया है। इंदौर से एमपी के संगठन प्रमुख अब्दुल करीम और मोम्मद खालिद छीपा सहित एक अन्य व्यक्ति को पकड़ा गया है वहीं उज्जैन से भी एक सदस्य को पकड़ा गया है।
संगठन की ओर से इन कार्रवाईयों के बारे में अब तक कोई बयान सामने नहीं आया है हालांकि 20 सितंबर को संगठन ने केंद्रीय एजेंसियों की अपने सदस्यों पर की जा रही कार्रवाई की निंदा की थी। बुधवार को हुई कार्रवाई के बाद संगठन की औपचारिक वेबसाइट भी बंद रही।
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में पॉपुलर फ्रंट के सदस्यों और समर्थकों को एनआईए के द्वारा परेशान किए जाने का सिलसिला जारी, संगठन ने की निंदा#StopPoliticsofHate #Bjp_Vendetta_Exposed #ShameOnBjp #IndiaWithPFI #PopularFrontofIndia pic.twitter.com/8vFSSLCvmt
— Popular Front of India (@PFIOfficial) September 20, 2022