इंदौर। मध्यप्रदेश के बारिश को लेकर हाई एलर्ट है। इसके अलावा कई और राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। प्रदेश के करीब 33 ज़िलों में भारी बारिश की चेतावनी है। सोमवार को भोपाल में बारिश हुई और सड़कें पानी से तर हो गईं। इस दौरान लोगों को खासी परेशानी हुई। जल निकासी के इंतज़ाम न होने के कारण शहरों के हालात पहले भी बिगड़ चुके हैं और अब फिर यदि भारी बारिश होती है तो इन शहरों में हालात वैसे ही होंगे।
असम, गुजरात और महाराष्ट्र में पहले ही कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है और इन राज्यों के लोग मुसीबत में हैं। इसके बाद अब मध्यप्रदेश में भी भारी बारिश का हाई अलर्ट है। सोमवार को भोपाल में इसका संकेत दिखाई भी दिया। मौसम विभाग से आ रही जानकारी के मुताबिक, मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर और जबलपुर समेत 33 जिलों में भारी बारिश की संभावना हैं।
पिछले 24 घंटों में भोपाल में 5 इंच पानी गिरा। पूरे प्रदेश के हालात देखें तो नर्मदापुरम में तवा डेम का जलस्तर 3 फीट तक बढ़ गया। नर्मदा के जलस्तर में भी दो से ढाई फीट की बढ़त हुई है। विदिशा में 24 घंटे में 8 इंच बारिश होने के कारण प्रशासन ने स्कूलों की छुट्टी कर दी है। प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश छिंदवाड़ा के सौसर में हुई। यहां 9 इंच पानी गिरा है। छिंदवाड़ा में 2 इंच बारिश हुई। पूरे प्रदेश में 24 घंटे में एक इंच बारिश हुई है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में खराब मौसम का असर फ्लाइट्स पर भी पड़ा। भोपाल आने वाली 3 फ्लाइट इंदौर में लैंड करनी पड़ीं।
वहीं इंदौर में भारी बारिश के चेतावनी से बहुत से किसान चिंतित भी हैं। यहां सोयाबीन की बोवनी में काफी देरी हो चुकी है और महू क्षेत्र के जिन किसानों ने हालही में बोवनी की थी उनके खेतों में पिछले दिनों हुई बारिश के बाद पानी भर गया और बोवनी खराब हो गई अब इन्होंने खेतों को संवार कर दोबारा बोवनी की है और अगर फिर पानी भरता है तो नुकसान बड़ा होगा।