भोपाल। महाराष्ट्र सरकार पर छाए राजनीतिक संकट को संभालने के लिए मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को कांग्रेस पार्टी की ओर से ऑब्ज़र्बर बनाया गया है। इसके बाद से ही कमलनाथ अपने कुछ हाईप्रोफाइल साथियों के साथ बागी विधायकों को समझाने-बुझाने में लग गए हैं। सूरत के जिस होटल में बागी विधायक रुके हुए थे वह कमलनाथ के करीबियों का बताया जा रहा है। हालांकि इसके बाद बागी विधायकों में से ज्यादातर शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी पहुंच गए हैं। वहीं अब शिवसेना के दो और विधायकों की बागियों के साथ मिलने की ख़बर है।
बागी नेता एकनाथ शिंदे ने कहा है कि वे शिवसेना नहीं छोड़ेंगे लेकिन उन्होंने अपनी ट्विटर प्रोफाइल से शिवसेना हटा दिया है। हालांकि उन्होंने अपने ट्विटर बायो में से महाराष्ट्र सरकार में मंत्री होने की जानकारी नहीं हटाई है। ऐसे में एक दावा यह भी किया जा रहा है कि वे अब शिवसेना पर से ठाकरे परिवार का नियंत्रण खत्म करना चाहते हैं और शिवसेना के नए प्रमुख बनना चाहते हैं।
आम्ही बाळासाहेबांचे कट्टर शिवसैनिक आहोत… बाळासाहेबांनी आम्हाला हिंदुत्वाची शिकवण दिली आहे.. बाळासाहेबांचे विचार आणि धर्मवीर आनंद दिघे साहेबांची शिकवण यांच्याबाबत आम्ही सत्तेसाठी कधीही प्रतारणा केली नाही आणि करणार नाही
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 21, 2022
इस बीच भारतीय जनता पार्टी भी सक्रिय है। पार्टी राज्य में सरकार बनाने की संभावना तलाश रही है। न्यूज एजेंसियों के मुताबिक देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री कार्यकाल में मंत्री रहे एक नेता ने कहा है कि सत्ता का आसानी से हस्तांतरण करना ही उनकी प्राथमिकता है।
शिवसेना सांसद संजय राउत भी सुर्खियों में बने हुए हैं उन्होंने कहा कि सूरत शहर में शिंदे के साथ पार्टी के 14 से 15 विधायक हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नितिन देशमुख सहित इनमें से दो विधायकों को पीटा गया है और देशमुख को दिल का दौरा पड़ा है। हालांकि लगातार जारी घटनाक्रम के बीच राउत के इस दावे की पुष्टि नहीं हो सकी है। राउत ने यह भी कहा कि “हमारे दो लोग सूरत गए और एकनाथ शिंदे से बात की। वे हमारे पुराने दोस्त हैं। हर कोई जानता है कि हमने बीजेपी का साथ क्यों छोड़ा और एकनाथ शिंदे भी इसके गवाह हैं।”
महाअगाढ़ी गठबंधन की सदस्य एनसीपी के नेता भी इस घटनाक्रम पर नज़र रखे हुए हैं। एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि महाराष्ट्र की सियासत में एक तरह का तूफान आया है और यदि तूफान आता है तो शांत भी हो जाता है। आने वाले दिनों में स्थिति फिर से सामान्य हो जाएगी।