भोपाल/इंदौर। नगरीय निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने अपने निवास पर प्रभारियों को लेकर बैठक बुलाई।
इस बैठक में विधायक आरिफ मसूद पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ भड़क गए और हिदायत देते हुए कहा कि तुम यहां माइनॉरिटी की बात मत करो।
दरअसल, विधायक आरिफ अकील मंच के नीचे बैठे हुए थे। इस पर मसूद ने आपत्ति दर्ज कराई और अकील को ऊपर बैठाने की बात कही। इसी बात पर कमलनाथ ने मसूद को फटकार लगा दी।
इंदौर में 7 साल की बच्ची को मुंह में दबाकर उठा ले गया तेंदुआ, मौत –
इंदौर के मेंडल (सिमरोल) गांव में बुधवार देर रात तेंदुए ने झोपड़ी में सो रहे एक परिवार पर हमला कर दिया।
इस दौरान वो वहां सो रही 7 साल की रुबिना का गला मुंह में दबाकर उठा ले गया। शोर मचाने पर वो मासूम को घायल अवस्था में छोड़ भाग गया लेकिन तब तक गला दबने से मासूम की मौत हो चुकी थी।
गांव के आसपास जंगली इलाका होने से यहां तेंदुओं का मूवमेंट रहता है।
इंदौर-इच्छापुर हाइवे पर स्लीपर बस की ट्रक से भिड़ंत में 20 घायल, ड्राइवर की मौत –
इंदौर-इच्छापुर हाइवे पर तड़के एक भीषण सड़क हादसा हो गया। बस और ट्रक की भिंड़त इतनी भयावह थी कि दोनों वाहनों का अगला हिस्सा चकनाचूर हो गया।
घटना देशगांव से पहले रोशिया फाटे के पास घटित हुई। 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए, ट्रक ड्राइवर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। 4 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटनास्थल पर पहुंचे देशगांव चौकी के एएसआई सुरेश डावर ने बताया घटना देर रात पौने 2 बजे की है। घायलों को पुलिस वाहनों से तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
बस और ट्रक में भिंड़त ऐसी थी कि वाहनों के पुर्जे रोड पर बिखर गए। घायलों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। एसी स्लीपर बस इंदौर से अमरावती, अकोला की तरफ जा रही थी।
आज से इंदौर एयरपोर्ट पर भी मास्क हुआ अनिवार्य –
डायरेक्टोरेट जनरल आफ सिविल एविएशन द्वारा कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद देशभर के एयरपोर्ट पर मास्क अनिवार्य करने के बाद आज गुरुवार से इंदौर एयरपोर्ट पर भी मास्क अनिवार्य कर दिया गया है।
सुबह एयरपोर्ट पहुंचे यात्रियों को मास्क पहनने के लिए कहा गया है। हालांकि एयरपोर्ट पर अधिकांश यात्री पहले से ही मास्क पहन कर यात्रा करते हैं।
कोराना की पहली लहर में एयरपोर्ट से आने वाले यात्रियों पर ही शहर में कोरोना फैलाने का आरोप लगा था। कहा जा रहा था कि दूसरे देशों से मेट्रो में आकर यात्री सीधे इंदौर आ रहे थे और एयरपोर्ट पर उनकी कोई स्क्रीनिंग नहीं की जा रही थी।
इसके बाद दूसरी लहर में यहां पर सख्ती की गई थी। खास तौर से महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर की जांच अनिवार्य की गई थी। जो यात्री जांच रिपोर्ट लेकर नहीं आते थे, उनकी जांच एयरपोर्ट पर ही की जाती थी।