धार में नये बस स्टैंड निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू, खर्च होंगे करीब साढ़े 9 करोड़ रुपये


कुशाभाऊ ठाकरे के नाम से होगा धार का नया बस स्टैंड, विधानसभा चुनाव के पूर्व होगा तैयार। 0.8 हैक्टेयर क्षेत्र में होगा विकसित। 32 दुकानें, सुव्यवस्थित पार्किंग और आकर्षक गेट के साथ होगा यात्री प्रतीक्षालय परिसर।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :
dhar new bus stand

धार। अगले एक साल के भीतर या यूं कहे कि विधानसभा चुनाव के पूर्व धार में नये बस स्टैंड निर्माण का काम पूरा हो जाएगा। नये बस स्टैंड निर्माण एवं विस्तारीकरण कार्य के लिए नगरपालिका ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है।

करीब 13 करोड़ के अनुमानित खर्च को लेकर इसकी डीपीआर बनाई गई थी जिसमें शासन द्वारा करीब 6 करोड़ की स्वीकृति दी गई थी। राहत की बात है कि अब शासन ने साढ़े 9 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी है।

इससे काम पूर्ण होने की संभावनाएं बन गई है। दरअसल 13 करोड़ खर्च की डीपीआर में बस स्टैंड से लगे रेन बसेरा और छात्रावास भवन के बिल्डिंग को तोड़कर भी नया बनाया जाना प्रस्तावित था।

अब इस कार्य को निरस्त कर दिया गया है। इस तरह कुछ और अन्य गैर जरूरी कार्यों को कम करने के बाद 10 करोड़ में प्रोजेक्ट पूरा होने की उम्मीद है।

कुशाभाऊ के नाम पर होगा नया बस स्टैंड –

धार नगरपालिका ने फिलहाल 936.46 लाख रुपये के कार्य हेतु टेंडर बुलाए गए हैं। कार्य अवधि 12 महीने तय की गई है। नये बस स्टैंड का नामांकरण कुशाभाऊ ठाकरे बस स्टैंड होगा। निर्माण पूर्ण होने से शहर को एक बड़ा सुव्यवस्थित बस स्टैंड मिलेगा।

उल्लेखनीय है कि शहर की बढ़ती आबादी और विस्तारीकरण में वर्तमान बस स्टैंड छोटा और अव्यवस्थित हो गया था। नये बस स्टैंड निर्माण के लिए धार विधायक नीना विक्रम वर्मा ने मुख्यमंत्री के समक्ष राशि की मांग की थी जिसके बाद मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार धार बस स्टैंड के नवीनीकरण के लिए राशि स्वीकृत की गई।

पहले समतलीकरण फिर नये बिल्डिंग निर्माण –

नगरपालिका द्वारा टेंडर प्रक्रिया शुरू करने से काम शुरू होने की उम्मीदें बंध गई हैं। कार्य के तहत विस्तारीकरण के लिए पुलिस विभाग से मिली भूमि पर बने क्वार्टर्स को तोड़ा जाएगा और उसके बाद भूमि का समतलीकरण किया जाएगा।

इसके पश्चात ड्राइंग के अनुसार प्राथमिकता के आधार पर बस स्टैंड बिल्डिंग का निर्माण होगा। इसके पश्चात आंतरिक फ्लोरिंग सहित अन्य काम होंगे। बस स्टैंड की बिल्डिंग में गुमटी साइज की 6 दुकानें भी प्रस्तावित की गई हैं।

इस तरह होंगे काम –

नये बस स्टैंड प्लान में यात्रियों को छोड़ने आए परिजनों के वाहन को पार्क करने के लिए पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था रहेगी। उल्लेखनीय है कि धार में बस स्टैंड पर अभी किसी भी परिजन को चौपहिया वाहन से छोड़ने आना मुश्किलों भरा काम है।

इधर बस स्टैंड में प्रवेश के लिए आकर्षण गेट बनेगा। इसके अलावा इंट्री और निकासी के लिए दो अलग-अलग मार्ग रहेंगे। आसान तरीके से इसे समझना है तो इंदौर के गंगवाल बस स्टैंड के इंट्री और निकासी मार्ग सहित यात्रियों के प्रवेश गेट की व्यवस्था को देखकर धार की प्लानिंग समझी जा सकती है।

रोड चौड़ा होगा, 32 दुकानें बनेंगी –

नगरपालिका की टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद काम की शुरुआत मानसून में होने जा रही है। इस दौरान काम बहुत चुनौतीपूर्ण रहेगा। दरअसल बस स्टैंड के नये बिल्डिंग निर्माण के साथ परिसर के दोनों गेट से बसों के प्रवेश के लिए रोड निर्माण सहित 32 दुकानों का निर्माण किया जाना है।

इसके अलावा वर्तमान के बस स्टैंड पहुंच मार्ग का भी चौड़ीकरण किया जाना है। राहत की बात यह है कि चौड़ीकरण के दौरान बस स्टैंड से लगे व्यवसायिक एवं आवासीय भवनों को क्षति नहीं पहुंचाई जाएगी।

पहुंच मार्ग के दूसरी ओर की बस स्टैंड व शासकीय भूमि की तरफ से रोड चौड़ीकरण के लिए भूमि उपयोग की जाएगी। अनुमान के मुताबिक नये बस स्टैंड पहुंच मार्ग की सड़क करीब 30 फीट चौड़ी होगी जिसमें दोनों गेट से आने और जाने वाली बसें बगैर यातायात को जाम किए आसानी से निकल जाएंगी।

बसों के लिए पर्याप्त स्थान होगा –

नये बस स्टैंड परिसर मे एक ही समय पर एक साथ 10 बसें यात्रियों को बैठाने के लिए खड़ी रह सकेंगी। उल्लेखनीय है कि बसों के परमिट 10-10 मिनट के अंतराल के हैं। इसके कारण सवारी बैठाने के लिए एक के बाद एक बसें खड़ी रहती हैं।

नये परिसर में इस तरह की दिक्कतें नहीं होंगी। यहां ना सिर्फ नंबर वाली बसें खड़ी हो सकेंगी, बल्कि ऐसी बसें जिनके जाने का समय घंटे-दो घंटे बाद का है वह भी पर्याप्त संख्या में खड़ी रह सकेंगी। अभी बसों को पुराने कांग्रेस भवन के सामने और कुम्हार गड्ढा मार्ग, डीपो सहित पुलिस लाइन में खड़ा करना पड़ता है।

शासन से मिली है 9 करोड़ की स्वीकृति –

माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार नये बस स्टैंड निर्माण प्रारंभ करने के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। हमें शासन से करीब 9 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। एक साल की समयावधि के भीतर काम पूर्ण कराने का प्रयास रहेगा। – निशिकांत शुक्ला, सीएमओ, धार



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