महू। बीती रात धारनाका के गायकवाड क्षेत्र में एक युवक की हत्या हो गई। युवक नशे की हालत में हंगामा कर रहा था जिसे कुछ युवकों ने बुरी तरह से पीट दिया।
घायल अवस्था में युवक को महू पुलिस थाने लाया गया और सुबह अस्पताल में उसकी मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि जब युवक घायल था तो पुलिस ने उसे रात भर थाने मे बंद रखने के बजाय अस्पताल क्यों नहीं भेजा।
सोमवार की रात ग्यारह बजे ग्राम आंबाचंदन निवासी लक्ष्मण वर्मा धारनाका के गायकवाड क्षेत्र में नशे की हालत में हंगामा कर रहा था। उसने एक रिक्शा का कांच भी फोड़ दिया तथा कुछ राहगीरों के साथ मारपीट की।
इस पर वहीं के कुछ युवकों ने उसके साथ मारपीट की जिसमें वह घायल हो गया। घायल युवक के परिजन व मित्र तत्काल मौके पर पहुंच गए व उसे पुलिस की मदद से महू पुलिस थाने भेज दिया गया।
सुबह उसकी हालत बिगड़ने पर पुलिस तत्काल महू के शासकीय अस्पताल ले गई जहां उसकी मौत हो गई। मृतक के मित्रों ने बताया कि लक्ष्मण के साथ पुलिस की मौजूदगी में उसके साथ मारपीट की गई।
घटना के वायरल हो रहे वीडियो में भी यह साफ दिखाई दे रहा है। इसके अलावा वह चलकर पुलिस थाने तक गया था और उसे मात्र मुंह पर चोट आई थी लेकिन रात में ऐसा क्या हुआ कि उसकी हालत बिगड गई और सुबह मौत हो गई।
जब वह घायल था तो पुलिस ने रात को उसे अस्पताल क्यों नहीं भेजा? पोस्टमार्टम के बाद लाश परिजनों को सौंप दी गई। मृतक के परिजनों ने पुलिस की लापरवाही के विरोध तथा आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर महू थाने का दोपहर को घेराव कर दिया।
आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने की मांग की गई। घटना की जानकारी लगते ही ग्रामीण एसपी हेमंत विरदे भी सुबह महू थाने पहुंच गए, लेकिन उन्होंने कोई चर्चा नहीं की।
एएसपी कनकने ने कहा कि चार लोगों को हिरासत में लिया गया है जिनसे पूछताछ की जा रही है।
मृतक के भाई इंदर वर्मा ने बताया कि हम जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ने की मांग कर रहे हैं। साथ ही जिन आरोपियों ने इस घटनाक्रम को अंजाम दिया है उनके घरों पर भी प्रशासन बुलडोजर चलाए।
मृतक की पत्नी शीतल ने कहा कि मुझे घटना की जानकारी सुबह पता लगी। उस समय मैं मायके में थी। मेरे दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। अब उनका पालन-पोषण कैसे होगा।
मृतक के मित्र पवन राव व गोविंद वर्मा ने कहा कि हमें लक्ष्मण की महिला मित्र ने फोन कर बताया कि आप जल्दी आ जाओ। लक्ष्मण के साथ मारपीट हो रही है। हमने किसी तरह बचा कर पुलिस थाने तक छोड़़ा। तब तक उसकी हालत सामान्य थी।