गुना में काले हिरण मारकर ले जा रहे शिकारियों से जंगल में मुठभेड़, 3 पुलिसवालों की गोली मारकर हत्या


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपराधियों की पहचान हो गई है। पुलिस फोर्स को भेजा गया है। जवाबी एक्शन के लिए पुलिस को फ्री हैंड दिया गया है।


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ग्वालियर Published On :
guna police attack

गुना। गुना के आरोन में शनिवार तड़के 3 से 4 बजे के बीच शिकारियों से हुई मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस दौरान हुई गोलीबारी में पुलिस टीम में शामिल ड्राइवर गंभीर रूप से घायल है।

जानकारी के मुताबिक, पुलिस की जवाबी फायरिंग में शिकारी नौशाद मेवाती मारा गया। एसआई राजकुमार जाटव के हाथ में गोली लगने के बाद भी उन्होंने कई राउंड फायर किए।

गुना में हुई इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। वहीं, घटनास्थल पर देरी से पहुंचने के कारण ग्वालियर के आईजी अनिल शर्मा को हटा दिया गया है।

मध्यप्रदेश सरकार ने तीनों पुलिसकर्मियों के परिवार को एक-एक करोड़ का मुआवजा देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपराधियों की पहचान हो गई है। पुलिस फोर्स को भेजा गया है। जवाबी एक्शन के लिए पुलिस को फ्री हैंड दिया गया है।

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हमारे परिवार के तीन जांबाज सदस्यों की मौत हो गई। अपराधी कोई भी हो, पुलिस से बचकर जा नहीं सकते। कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

सख्त से सख्त कार्रवाई हमलावरों पर की जाएगी। ऐसी कार्रवाई करेंगे, जो नजीर बनेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

 

एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने जानकारी दी है कि सगा बरखेड़ा की तरफ से बदमाशों के जाने की सूचना मिली थी। इनकी घेराबंदी के लिए 3-4 पुलिस टीम लगाई गई थीं। शहरोक के जंगल में 4-5 बाइक से बदमाश जाते हुए दिखे।

पुलिस ने घेराबंदी की तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। हमले में सब इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। शिकारियों के पास से पांच हिरण और एक मोर के अवशेष जब्त किए हैं।

पुलिस ने मामले में 10 से ज्यादा संदिग्धों को उठाया है। बजरंगगढ़ थाने से पूरी कार्रवाई की मॉनिटरिंग हो रही है। एसपी खुद बजरंगगढ़ थाने में मौजूद हैं और टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।

लगभग 10 थानों की पुलिस और 100 के लगभग पुलिसकर्मी आरोपी शिकारियों की धरपकड़ में जुटे हुए हैं। इस बीच, कलेक्टर ने कहा है कि पुलिस तो अपनी कार्रवाई करेगी ही। प्रशासन भी उनके अवैध निर्माण और कार्यों की जानकारी निकाल रहा है। अवैध निर्माण को बुलडोजर से जमींदोज किया जाएगा।



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