गुना। गुना के आरोन में शनिवार तड़के 3 से 4 बजे के बीच शिकारियों से हुई मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस दौरान हुई गोलीबारी में पुलिस टीम में शामिल ड्राइवर गंभीर रूप से घायल है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस की जवाबी फायरिंग में शिकारी नौशाद मेवाती मारा गया। एसआई राजकुमार जाटव के हाथ में गोली लगने के बाद भी उन्होंने कई राउंड फायर किए।
गुना में हुई इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। वहीं, घटनास्थल पर देरी से पहुंचने के कारण ग्वालियर के आईजी अनिल शर्मा को हटा दिया गया है।
मध्यप्रदेश सरकार ने तीनों पुलिसकर्मियों के परिवार को एक-एक करोड़ का मुआवजा देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपराधियों की पहचान हो गई है। पुलिस फोर्स को भेजा गया है। जवाबी एक्शन के लिए पुलिस को फ्री हैंड दिया गया है।
हमारे पुलिस के मित्रों ने शिकारियों का मुकाबला करते हुए शहादत दी है।इस घटना में दोषी अपराधियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी जो इतिहास में उदाहरण बनेगी। अपराधियों की पहचान हो गई है। घटना की पूरी जांच हो रही है: CM pic.twitter.com/1CbVi9HZTA
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) May 14, 2022
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हमारे परिवार के तीन जांबाज सदस्यों की मौत हो गई। अपराधी कोई भी हो, पुलिस से बचकर जा नहीं सकते। कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
सख्त से सख्त कार्रवाई हमलावरों पर की जाएगी। ऐसी कार्रवाई करेंगे, जो नजीर बनेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
गुना के आरोन में मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घटना के दोषी अपराधियों के विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। शहीद पुलिसकर्मियों के अंतिम संस्कार में प्रभारी मंत्री शामिल होंगे। pic.twitter.com/dd6cmbRVMj
— Dr Narottam Mishra (Modi Ka Parivar) (@drnarottammisra) May 14, 2022
एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने जानकारी दी है कि सगा बरखेड़ा की तरफ से बदमाशों के जाने की सूचना मिली थी। इनकी घेराबंदी के लिए 3-4 पुलिस टीम लगाई गई थीं। शहरोक के जंगल में 4-5 बाइक से बदमाश जाते हुए दिखे।
पुलिस ने घेराबंदी की तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। हमले में सब इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। शिकारियों के पास से पांच हिरण और एक मोर के अवशेष जब्त किए हैं।
गुना जिले के आरोन थाना क्षेत्र में 7-8 मोटरसाइकिल सवार बदमाशों की सूचना पुलिस को मिली थी। पुलिस ने बदमाशों को चारों तरफ से घेर लिया। जिस पर बदमाशों ने फायरिंग शुरु कर दी। जिसमें पुलिस परिवार के जाबांज एसआई राजकुमार जाटव,हवलदार नीलेश भार्गव और सिपाही संतराम जी की मौत हो गई है।1/2 pic.twitter.com/6xlg1zW5Yg
— Dr Narottam Mishra (Modi Ka Parivar) (@drnarottammisra) May 14, 2022
पुलिस ने मामले में 10 से ज्यादा संदिग्धों को उठाया है। बजरंगगढ़ थाने से पूरी कार्रवाई की मॉनिटरिंग हो रही है। एसपी खुद बजरंगगढ़ थाने में मौजूद हैं और टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।
लगभग 10 थानों की पुलिस और 100 के लगभग पुलिसकर्मी आरोपी शिकारियों की धरपकड़ में जुटे हुए हैं। इस बीच, कलेक्टर ने कहा है कि पुलिस तो अपनी कार्रवाई करेगी ही। प्रशासन भी उनके अवैध निर्माण और कार्यों की जानकारी निकाल रहा है। अवैध निर्माण को बुलडोजर से जमींदोज किया जाएगा।