भोपाल। गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को भोपाल पहुंचे। यहां उनका प्रदेश सरकार के साथ भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ज़ोरदार स्वागत किया। शाह ने यहां रोड शो भी किया। जिस पर मुस्लिम महिलाओं ने भी फूल बरसाए और उनके साथ कश्मीरी पंडितों ने भी शाह का स्वागत किया। मुख्यमंत्री शिवराज जहां दिनभर गृहमंत्री के साथ कार्यक्रमों में व्यस्त रहे तो वहीं शाम को उन्हें दिल्ली से बुलावा आ गया। जानकारी के मुताबिक उन्हें शनिवार सुबह ग्यारह बजे प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए बुलाया गया है। यह मुलाकात किस विषय पर है यह स्पष्ट नहीं है लेकिन इसे लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। इस दौरान प्रदेश में नए चेहरे पर भी चर्चा जारी ही है।
भोपाल में शुक्रवार को गृहमंत्री का रोड शो लिंक रोड नंबर दो से भाजपा कार्यालय तक करीब दो किमी लंबा चला। प्रदेश भाजपा कार्यालय में गृहमंत्री शाह ने पं. दीनदयाल उपाध्याय, कुशाभाऊ ठाकरे, राजमाता सिंधिया आदि की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद सोलह लोगों की मौजूदगी में कोर कमेटी की बैठक शुरु हुई।
इसके बाद भोपाल के जंबूरी मैदान में सभा का कर्यक्रम शुरु हुआ। यह वही जंबूरी मैदान था जहां छह महीने पहले नवंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय सम्मेलन में भाग लिया था। इस बार यहां एक बार फिर वन्य क्षेत्रों में रहने वाले तेंदूपत्ता संग्राहकों का सम्मेलन आयोजित हुआ। इस तरह यह दूसरी बार हो रहा था कि आदिवासी मतदाताओं को लुभाने के लिए देश और भारतीय जनता पार्टी के दूसरे बड़े नेता यहां पहुंचे।
केंद्रीय गृह मंत्री माननीय श्री @AmitShah जी आज आपने भोपाल पधारकर मध्यप्रदेश के वनवासी भाई-बहनों के उत्थान के लिए जो कल्याणकारी योजनाएं उन्हें समर्पित की है,उसके लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। आपकी उपस्थिति और मार्गदर्शन से प्रदेश की प्रगति को एक नई दिशा मिली है। #AmitShahInMP pic.twitter.com/JzJafVRsuW
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 22, 2022
जंबूरी मैदान में हुए सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज ने गृहमंत्री को पौधा भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम में सागर से आए कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य से शाह का स्वागत किया। यहां तेंदुपत्ता संग्राहकों के सम्मेलन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ की। इस दौरान मंच पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलादसिंह पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश प्रभारी एल. मुरूगन, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री नरोत्तम मिश्रा, विजय शाह, अरविंद भदौरिया, भूपेंद्र सिंह, विश्वास सारंग, सांसद साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकुर, कलसिंह भाबर, ओपी धुर्वे भी उपस्थित थे।
गृहमंत्री ने कहा कि देश में ऐसा पहली बार है, जब किसी सरकार ने आदिवासियों को जंगल का मालिक बनाया है और सीएम शिवराज का यह कदम अनुकरणीय हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जो विचारधारा है, गरीब से गरीब को अधिकार मिले, उस स्वप्न को शिवराज सिंह साकार करने का काम कर रहे हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि ये जल, जमीन, जंगल आपके हैं। अब जंगल आप ही बचाओगे। जंगल आपको सौंप दिए गए हैं, वन विभाग सिर्फ सहयोग करेगा। जंगल की लकड़ी जितने में बिकेगी, उसका 20% आदिवासियों को मिलेगा। तेंदूपत्ता तुड़वाने के अभी 250 रुपए प्रति 100 गड्डी दिए जाते थे, इसमें पचास रुपये की बढ़ोत्तरी की जाएगी।
अमित शाह ने मध्यप्रदेश के 26 जिलों में स्थित 28 वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में बदलने के निर्णय की प्रक्रिया का शुभारंभ किया। इसके साथ ही शाह और मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों को तेंदूपत्ता के लाभांश का वितरण किया।