नई दिल्ली। दलित नेता और गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी को असम पुलिस की हिरासत में हैं। बुधवार रात असम पुलिस ने गुजरात के पालनपुर के सर्किट हाउस से मेवाणी को गिरफ्तार किया और उन्हें अपने साथ गुवाहाटी के लिए लेकर रवाना हो गई।
ख़बरों की मानें तो मेवाणी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ट्वीट करने के चलते गिरफ्तार किया गया है। मेवाणी ने अपने एक ट्वीट में पिछले दिनों गुजरात में हुई हिंसा के बाद प्रधानमंत्री मोदी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का समर्थक करार देते हुए राज्य में शांति और सौहार्द्र की अपील करने को कहा था।
जिग्नेश मेवाणी के समर्थकों का कहना है कि उन्हें असम पुलिस ने गिरफ्तारी से पहले कोई एफआईआर तक नहीं दिखायी, न ही वो ये बताने को तैयार थे कि जिग्नेश के खिलाफ उनके पास क्या आरोप हैं।
बताया जा रहा है कि असम पुलिस ने अहमदाबाद एयपोर्ट पर मेवाणी समर्थकों के हंगामे के बाद गिरफ्तारी की वजह उनके सोशल मीडिया पोस्ट को बताया है।
मेवाणी की गिरफ्तार को लेकर माहौल गर्म है। पीएम मोदी से इस तरह से शांति रोकने के लिए पहल की अपील करने वाले उनके ट्वीट और फिर पुलिस की कार्रवाई को लेकर हर ओर से प्रतिक्रियाएं आ रहीं हैं। कांग्रेसी जहां गिरफ्तारी के इस अंदाज पर सवाल उठा रहे हैं तो वहीं इसे देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला भी बताया जा रहा है।
Vadgam MLA Jignesh Mevani arrested by Assam police from Palanpur circuit House. Police yet to share the copy of the FIR with us, we have been informed about some case filed against him in Assam and is likely to be deported to Assam tonight.
-Team Jignesh Mevani pic.twitter.com/Bn0cbX1a9I
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) April 20, 2022
Mid-night arrest of a Dalit legislature over a tweet shows India is neither a democracy nor has a rule of law. #jigneshmevani
— Ashok Swain (@ashoswai) April 21, 2022
जिग्नेश गुजरात में एक बड़े दलित लीडर के रूप में उभरे हैं और उनके चाहने वाले आस पास के कई राज्यों में हैं। ऐसे में आने वाले चुनावों में वे एक बड़ी भूमिका में होंगे। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक इस तरह से गिरफ्तार किये जाने से मेवाणी की छवि को फायदा ही होगा।