भोपाल। यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वापसी को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। सोशल मीडिया पर यह मंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रचार करते हुए अधिक नज़र आ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में कई बार मंत्री इस तरह के मामले देखने-सुनने को मिले हैं।
अब ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी एक वीडियो सामने आया है। जहां वे यूक्रेन से सटे रोमानिया देश के किसी शहर में हैं और वहां के मेयर सिंधिया को बीच भाषण में ही रोकते हुए तल्ख़ लहजे में कहा कि हम इन्हें खाना और रहने के लिए जगह दे रहे हैं आप नहीं इसलिए पहले इन विद्यार्थियों को ये बताईए कि आप इन्हें वापस कब ले जा रहे हैं। सिंधिया को इस बर्ताव की उम्मीद नहीं थी और वे इसे लेकर कुछ असहज भी नजर आए। इस दौरान कुछ छात्र इन मेयर की बात से प्रभावित होकर ताली भी बजाते नजर आए।
अब सिंधिया का यह वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है और लोग इस पर सरकार को जमकर घेर रहे हैं। कांग्रेसी नेताओं ने इसे शर्मनाक बता रहे हैं। एमपी में भी इसे लेकर नेता सिंधिया को घेर रहे हैं।
ज़िम्मेदारी एहसान में बदल जाये…
कर्त्तव्य जयजयकार माँगने लगे….
तो समझ लो राजा घनानंद लौट आया..— punya prasun bajpai (@ppbajpai) March 4, 2022
जब छपास की राजनीति हो तो ऐंसे शर्मनाक पल भी झेलने पड़ते हैं…दूसरे देशों में जाकर देश की गरिमा को ठेस पहुंचाते मोदी सरकार के मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ,जब रोमानिया के मेयर ने उन्हें याद दिलाया कि बच्चों के खाने और रहने का बंदोबस्त हमने किया है आपने नहीं ,आप अपनी बात कीजिए। pic.twitter.com/C7RlgBvoUA
— P. C. Sharma (@pcsharmainc) March 3, 2022
अपना मंत्री एक दम #चंपू निकला!
बॉर्डर पर बच्चों को खाना रोमानिया के मेयर ने दिया, अपने चाटुकार मंत्री ने झूठ बोला कि मोदी जी ने भिजवाया है।
उस पर रोमानिया के मेयर ने मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को जम कर फटकारा।👇 pic.twitter.com/L1eMPCUENF
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) March 3, 2022
गौरतलब है कि भारत सरकार ने युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को बाहर निकालने के लिए मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को रोमानिया और मोलदोवा, किरेन रिजिजू स्लोवाकिया, हरदीप सिंह पुरी को हंगरी और वीके सिंह पोलैंड भेजा है। भारतीय छात्रों को वापस लेने के अभियान में शामिल किये गए चार मंत्रियों में ज्योतिरादित्य सिंधिया ही सबसे ज्यादा लाइम लाइट में हैं। चारों मंत्री अब तक करीब 3500 भारतीय छात्रों को स्वदेश भेज चुके हैं। मंत्रियों पर राहत के साथ सियासत चमकाने ओर ऑपरेशन के प्रचार का आरोप भी लग रहा है।