कालीचरण के सर्मथन में रायपुर में हस्ताक्षर अभियान, ग्वालियर में दिया गया सम्मान


ग्वालियर में हिंदू महासभा ने कालीचरण को गोडसे आप्टे भारत रत्न नाम का सम्मान दिया है। यह सम्मान गोडसे और आप्टे के पकड़े जाने वाले दिन को याद करते हुए दिया गया है।


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छत्तीसगढ़ Published On :

रायपुर। महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर पिछले दिनों उन्हें याद करने के बाद अब लोग गांधी को अपने भाषणों के माध्यम से अपमानित करने की कोशिश करने वाले कथित संत कालीचरण से हमदर्दी दिखा रहे हैं। रायपुर में इसके लिए एक पूरा अभियान चलाया जा रहा है। यह आयोजन उसी धर्म संसद के आयोजकों द्वारा किया जा रहा है जिसके कार्यक्रम में कालीचरण ने राष्ट्रपिता के बारे में अमर्यादित भाषा में बात की थी और उनकी हत्या को जायज़ बताया था। आयोजक कालीचरण पर से राष्ट्रद्रोह की धाराएं हटाने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाकर लोगों का सर्मथन जुटा रहे हैं। वहीं ग्वालियर में कालीचरण को गोडसे आप्टे भारत रत्न नाम के एक पुरुस्कार ने हिंदू महासभा ने सम्मानित भी किया।

धर्म संसद में महात्मा गांधी को अपशब्द कहने वाले कालीचरण पर से राष्ट्रद्रोह की धारा हटाने के लिए अब प्रदेश सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है। काली चरण पिछले काफी दिनों से जेल में बंद है अब  मंगलवार को धर्म संसद के आयोजक ने राष्ट्रदोह की धारा को हटवाने और कालीचरण को रिहा करने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं।

इसके साथ लोगों को सर्मथन जुटाने के साथ के लिए एक हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। अभियान चलाने वाले यह चेतावनी भी दे रहे हैं कि यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं तो अब वे कालीचरण के सर्मथन में उग्र प्रदर्शन भी करेंगे।

धरने को संबोधित करते हुए धर्म संसद के आयोजक पं. नीलकंठ त्रिपाठी ने कालीचरण पर सरकार की सख्ती की आलोचना करते हुए कहा कि कालीचरण पर राष्ट्रद्रोह जैसी गंभीर धारा लगाने का मतलब नहीं बनता लेकिन सरकार ने यह किया है तो उनके यह सरकार की तानाशाही को दर्शाता है।

रायपुर के बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर के  सामने मंगलवार को हुए धरना में स्वामी राजेश्वरानंद, पं.अभिऋषि शर्मा, धर्मसंसद के आयोजक पं.नीलकंठ त्रिपाठी, भाजपा नेता सच्चिदानंद उपासने सहित कई लोग शामिल हुए।

इससे पहले ग्वालियर में हुए एक कार्यक्रम में कालीचरण को गोडसे आप्टे स्मृति भारत रत्न सम्मान दिया गया। महासभा ने ग्वालियर के दौलतगंज स्थित अपने दफ्तर में कालीचरण सहित अपने पांच कार्यकर्ताओं को यह सम्मान दिया है।

इस बारे में महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. जयवीर भारद्वाज ने कहा कि  भाजपा और कांग्रेस, दोनों ने ही देश की आजादी के लिए बलिदान होने वाले साधु-संतों व क्रांतिकारियों को भुला दिया।

हिंदू महासभा के बारे में उन्होंने बताया कि  ‘‘हिंदू महासभा ने देश की आजादी के लिए कई बलिदानी दिए। लोग भ्रम में नहीं रहें कि चरखे के कारण देश को आजादी मिली है।

पुरुस्कार के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि  ‘‘आज के दिन दिल्ली के बिड़ला भवन से नाथूराम गोडसे व आप्टे को गिरफ्तार किया था  इसलिए आज से हिंदू महासभा पांच लोगों को गोडसे-आप्टे स्मृति भारत रत्न सम्मान दे रही है। कालीचरण के अलावा यह सम्मान  किशोर माहौर, पवन, आनंद माहौर व नरेश बाथम को दिया गया है।



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