भोपाल। मध्यप्रदेश में ओलावृष्टि से खेतों में फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई हैं और इस वजह से प्रदेश के कई किसानों को बड़ा नुकसान पहुंचा है।
ऐसे सभी खेतों का सर्वे करके मुआवजा दिलवाया जाएगा। इसके लिए सभी कलेक्टरों को इस संबध में निर्देश दे दिए हैं।
ये बात कही है प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने, जो सोमवार को राज्य में हुई ओलावृष्टि से फसलों के नुकसान को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे।
कृषि मंत्री पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत सभी कलेक्टरों को 72 घंटे के भीतर अधिसूचना जारी करने के लिए कहा गया है ताकि फसल बीमा कंपनी सर्वे करके किसानों को तत्काल नुकसान के एवज में 25 फीसदी बीमा राशि मुहैया कराए।
साथ ही साथ राजस्व विभाग के माध्यम से भी सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे के बाद किसानों को राजस्व परिपत्र पुस्तक के प्रविधान के अनुसार सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। संकट की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह से किसानों के साथ है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हमेशा ही किसानों के साथ रही है। इस मुश्किल समय में भी हम अपनी तरफ से पूरा सहयोग किसान भाइयों के लिए कर रहे है। उन्होंने कांग्रेस के द्वारा किसानों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराए जाने की मांग पर कहा कि कमलनाथ सरकार में कभी किसानों की सुध नहीं ली गई।
कमल पटेल ने पूर्व सीएम कमलनाथ व कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने कर्ज माफी का झूठा वादा किया और फसल बीमा का प्रीमियम तक जमा नहीं किया था। भाजपा सरकार आने के बाद 22 करोड़ रुपये प्रीमियम जमा किया गया और किसानों को पांच हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का फसल बीमा मिल चुका है।