इंदौर। भाजपा सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी ट्विटर पर ट्रेंड कर रहीं हैं। उनका मथुरा के बारे में दिया गया एक बयान उन्हें सुर्ख़ियों में बनाए हुए है। रविवार को हेमा मालिनी इंदौर में एक सम्मान समारोह में भाग लेने के लिए आईं थीं। जहां उन्होंने कहा कि अयोध्या और काशी के बाद अब मथुरा में बदलाव होना चाहिए।
हेमा का बयान एक ऐसे समय में आ रहा है जब सरकार पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के आरोप लगते रहे हैं। इसके अलावा कुछ दिनों पहले ही उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मथुरा को लेकर एक विवादित बयान दिया था।
एक सम्मान समारोह में पहुंची हेमा मालिनी ने संवाददाताओं से कहा कि इंदौर उनका पसंदीदा शहर है और मैं यहां यह राज जान कर जाऊंगी कि आखिर हर बार शहर स्वच्छता में पहले क्रम पर कैसे आता है। उन्होंने कहा कि पहले अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण की संकल्पना को आकार मिलना शुरू हुआ फिर काशी में ऐतिहासिक बदला हुआ तो मथुरा में तो सुधार होना ही चाहिए।
#WATCH | Being the MP of Mathura, which is the birthplace of Lord Krishna, I will say that there should be a grand temple. A temple is already there and can be beautified like Modi Ji developed Kashi Vishwanath corridor: BJP MP Hema Malini in Indore (19.12.2021) pic.twitter.com/91N7jeiw8d
— ANI (@ANI) December 20, 2021
अपनी इस बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण तो खुद प्रेम का पर्याय हैं वहां यह कार्य और जल्दी होना चाहिए। इंदौर में फिल्म सिटी के निर्माण को लेकर उन्होंने कहा कि फिल्म मनोरंजन का एक ऐसा माध्यम है जिसका क्रम वर्तमान में सबसे पहले आता है उसके बाद ही शास्त्रीय संगीत, नृत्य आदि आते हैं। ऐसे में हर जगह जहां भी गुंजाइश हो वहां फिल्म सिटी बनना चाहिए।
हेमा मालिनी ने कहा कि फिल्म के माध्यम से युवाओं को कई आयामों से जुड़ने का मौका मिलता है। उनके बेहतर कल के लिए उसमें कई संभावनाएं हैं फिर चाहे बात गीत, संगीत, नृत्य, अभिनय, निर्देशन या तकनीकी पक्ष की ही क्यों ना हो बालीवुड की दुनिया में बहुत स्कोप है। फिल्मी दुनिया में आप जिस लक्ष्य को लेकर आए हैं यदि वह हासिल नहीं होता तो निराश होने की जरूरत नहीं बल्कि दूसरे आयामों में संभावना तलाशने चाहिए।
यह बात केवल फिल्म ही नहीं बल्कि जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी लागू होती है। यह जीवन बहुत खूबसूरत है निराशा के तले दबाकर इसे आत्महत्या या नशे से खत्म नहीं करना चाहिए। जहां तक बात हीरो- हीरोइन बनने की है तो जरूरी नहीं कि हर व्यक्ति इस सपने को साकार कर सकें कई मामलों में किस्मत भी निर्भर करती है।