नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अपनी कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं और इससे एक दिन पहले ही हलचल काफी तेज हो गई है।
मंगलवार को केंद्र ने आठ राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्तियां की हैं, जिनमें कैबिनेट में शामिल रहे मप्र के नेता थावरचंद गहलोत भी शामिल हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि मप्र कोटे से खाली हुआ मंत्री पद ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिया जा सकता है।
इस बीच खबर है कि सिंधिया को अचानक दिल्ली से बुलावा आया और वे अपने पहले से निर्धारित दौरे को छोड़कर दिल्ली रवाना हो गए हैं।
उनके साथ ही महाराष्ट्र से नारायण राणे, असम से सर्बानंद सोनोवाल और उत्तर प्रदेश के कौशांबी से सांसद विनोद सोनकर भी शाम तक दिल्ली पहुंचेंगे।
तना ही नहीं लोजपा को दो हिस्सों में बांटने वाले चिराग पासवान के चाचा पशुपति नाथ पारस के भी मोदी कैबिनेट में शामिल होने की पूरी संभावना है।
इनके अलावा बिहार के कद्दावर भाजपा नेता सुशील मोदी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा है।
अपना दल की अनुप्रिया पटेल और जदयू के आरसीपी सिंह को कैबिनेट विस्तार में जगह मिल सकती है।
#UPDATE | Union Cabinet reshuffle expected to take place on 8th July: Sources
— ANI (@ANI) July 6, 2021
इनके अलावा लद्दाख से भाजपा सांसद जामयांग नामग्याल, उत्तराखंड से अजय भट्ट या अनिल बलूनी, कर्नाटक से प्रताप सिन्हा, पश्चिम बंगाल से लॉकेट चटर्जी, जगन्नाथ सरकार, शांतनु ठाकुर या निसिथ प्रामाणिक, हरियाणा से बृजेंद्र सिंह, राजस्थान से राहुल कासवान, ओडिशा से अश्विनी वैष्णव, दिल्ली से परवेश वर्मा या मीनाक्षी लेखी, यूपी से मनोज तिवारी, संतोष कुशवाहा व जफर इस्लाम का नाम भी शपथ लेने वालों में हो सकता है।