भोपाल। बीते महीने में जहां हाथरस कांंड देश-दुनिया में चर्चा का मुद्दा बना तो अक्टूबर में महिला सम्मान मप्र उपचुनावों में सुनाई दिया। यहां मंत्री इमरती देवी पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की एक टिप्पणी उन्हें भारी पड़ गई। इस एक घटना ने प्रदेश में महिला के सम्मान का मुद्दा भी छेड़ दिया। इमरती देवी कह गईं कि यह प्रदेश महिला के सम्मान की धरती है।
ये मुद्दा अभी भी गर्म है लेकिन इस बीच अगर प्रदेश में अक्टूबर महीने में हुईं केवल कुछ घटनाओं को देखें तो महिला के सम्मान की यह धरती कलंकित होती दिखाई देती है। एनसीआरबी के मुताबिक साल 2019 में प्रदेश में दलित वर्ग की बच्चियों के साथ सबसे ज्यादा दुष्कर्म की घटनाएं हुईं थीं। इस बार भी हालात ठीक नहीं हैं। बीते हफ्ते शक्ति की आराधना के बीच प्रदेश में कई बच्चियों और महिलाओं से दुष्कर्म और सामुहिक दुष्कर्म जैसी वारदातें हुईं हैं।
शनिवार को छतरपुर जिले में ओरछा रोड थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ सामुहिक दुष्कर्म किया गया। इनमें एक लड़की का परिचित था जो उसे काली देवी मंदिर में मेला दिखाने के लिए ले गया था। इस बीच उसने अपने चार दोस्तों को बुलाया। इन सभी ने लड़की को जंगल में ले जाकर उसके साथ सामुहिक दुष्कर्म किया।
रविवार को भोपाल के टीटी नगर थाने में एक महिला के साथ भी सामुहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया। महिला देवी प्रतिमाओं की झांकी देखकर लौट रही थी। दो आरोपी पीड़िता के परिचित ही थे। जिन्होंने पीड़िता के विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी की।
टीमकगढ़े के पृथ्विपुर थाना क्षेत्र इलाके में तेरह वर्षीय बच्ची के सात दो लोगों ने दुष्कर्म किया। शिकायत पर पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पीड़ित बच्ची की मां ने रिपोर्ट दर्ज कराई। मां ने बताया कि बच्ची माता के पंडाल में दर्शन करने के लिए गई हुई थी। देर रात जब घर वापस नहीं आई, तो उसकी तलाश की गई तो बच्ची एक खदान के पास पड़ी मिली।
ग्वालियर में एक ऑटो चालक ने तीन साल की बच्ची के साथ शुक्रवार को दुष्कर्म किया। आरोपी ने बच्ची को चॉकलेट का लालच देकर ऑटो में दुष्कर्म किया। बच्ची अपने घर से कुछ ही दूरी पर माता की झांकी देखने गई थी।
शुक्रवार को ही बालाघाट के बारासिवनी में एक 31 वर्षीय महिला से दुष्कर्म की वारदात दर्ज की गई। पीड़िता मनोरोगी है। मामले में आरोपी अज्ञात हैं।
चार दिनों पहले 22 अक्टूबर को भोपाल के कमला नगर में एक छह साल की बच्ची के साथ दो लोगों ने सामुहिक दुष्कर्म किया। बच्ची आरोपियों को मामू कहती थी।
शहड़ोल में 19 अक्टूबर को 12 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म के आरोप में उसके पिता को ही गिरफ्तार किया गया। पुलिस में शिकायत पीड़ित बच्ची की मां ने की। जहां बताया कि बच्ची को दूध में नींद की दवा पिलाकर पिता उसके साथ यह हरकत करता था।
भोपाल के मिसरौद थाना में 17 अक्टूबर को एक 36 वर्षीय महिला ने अपने ही दो छोटे भाईयों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। महिला ने अपने माता-पिता पर भी संगीन आरोप लगाए।
17 अक्टूबर को ही भोपाल के ऐशबाग क्षेत्र में सत्ताईस वर्षीय महिला के साथ दुष्कर्म की वारदात दर्ज की गई। उक्त महिला के साथ यह घटना दो साल पहले हुई थी। इस दौरान उसका वीडियो भी बनाया गया और दो साल तक उसे ब्लैकमेल किया गया। जिसके बाद उसने अब एफआईआर करवाई है।
अक्टूबर महीने की शुरुआत में ही प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों के साथ कई घटनाएं हो चुकी हैं। ये अपराध प्रदेश के धार, भोपाल, रीवा, खरगोन, दमोह, नरसिंहपुर, सिवनी, होशंगाबाद और जबलपुर में घटित हुए हैं। इन घटनाओं में एक और चौंकाने वाली बात यह है कि छोटी बच्चियों तक को हैवानियत का शिकार बनाया गया है।
प्रदेश में सबसे चौंकाने वाला मामला बीते सात अक्टूबर को हुआ। जब जबलपुर में एक तीन साल की बच्ची के साथ दो लोगों ने सामुहिक दुष्कर्म किया। ये लोग घर में केबल सुधारने के लिए आए थे और बच्ची तब अकेली सो रही थी। इसी संस्कार धानी में अगली ही तारीख को एक पंद्रह साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के आरोप में उसके सौतेले पिता को गिरफ्तार किया। जो बच्ची के साथ छह साल से दुष्कर्म कर रहा था।
इसके अलावा 9 अक्टूबर शुक्रवार को खबर आई कि रीवा में दुष्कर्म का शिकार हुई एक किशोरी ने खुद को आग लगा ली है और अब उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। पीड़िता फिलहाल संजय गांधी अस्पताल में भर्ती है। दुष्कर्म का आरोप एक नाबालिग पर ही है जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
दमोह में दो अक्टूबर को सामुहिक दुष्कर्म की एक घटना हुई थी। जहां एक किशोरी के साथ दुष्कर्म तो किया ही गया। इस दौरान आरोपी के साथी ने इसका वीडियो भी बनाया। गैसाबाद पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपितों के अलावा उन पैंतीस लोगों पर भी प्रकरण बनाया जिन्होंने ये वीडियो एक दूसरे को भेजे थे।