धार। हेल्थ सेक्टर संबंधित कोर्स कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। स्वास्थ्य क्षेत्र में जल्द ही पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर नौकरियां मिलने की संभावना है। दरअसल स्वास्थ्य महकमा प्रदेश के सभी जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं को विस्तारित करने जा रहा है।
इस विस्तारीकरण में जहां नवीन हेल्थ सेंटर्स स्ट्रक्चर्स तैयार किए जाएगे। वहीं इन केन्द्रों पर स्वास्थ्यकर्मियों की पर्याप्त उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी। इसको लेकर धार कलेक्टर आलोक कुमार सिंह के मार्गदर्शन में जिला स्वास्थ्य समिति ने जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तारीकरण के लिए तीन वर्षीय कार्ययोजना बनाई है।
इसे प्रतिवर्ष चरणबद्ध तरीके से अमल में लाया जाएगा। इसके तहत जिले में वर्तमान में संचालित प्राथमिक, सामदुायिक, उप स्वास्थ्य केन्द्र के तुलनात्मक दो गुना नए केन्द्र स्थापित होंगे।
प्रतिवर्ष 45 हेल्थ सेंटर्स तैयार होंगे –
उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी में बीते दो सालों में उपचार को लेकर उत्पन्न हुई स्थितियों से ‘सबक’ लेते हुए ‘शासन’ ने सबसे पहले स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की पहल की है। इसको लेकर पूरे प्रदेश में तीन वर्षीय कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
इस कार्ययोजना के तहत करीब 90 नवीन सामदुायिक स्वास्थ्य केन्द्र तैयार किए जाएंगे। 39 पीएचसी और 6 सीएचसी बनाए जाएंगे। प्रतिवर्ष 30 एसएचसी और 13 पीएचसी व 2 सीएचसी तैयार होंगे।
पैथालॉजी-डायग्नोस्टिक्स सुविधा पर जोर –
स्वास्थ्य महकमे की ओर से तीन वर्षीय कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश प्राप्त होते ही महज एक सप्ताह में धार जिले में कार्ययोजना बना ली गई है। सबसे प्रमुख बात यह है कि नवीन केन्द्रों और पुराने केन्द्रों पर स्वास्थ्यकर्मियों और चिकित्सकों की तैनाती को लेकर भी शासन स्तर पर भर्ती प्रक्रिया की तैयारियां हो रही हैं।
जिले में 3 साल में तैयार होने वाले हेल्थ सेंटर्स में पैथोलॉजी और डायग्नोस्टिक्स सुविधाओं को भी प्राथमिकता में रखा गया है। इसे पीपीपी मॉडल (प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप) में स्थापित करने की कोशिश की जा रही है।
धार कलेक्टर आलोक कुमार सिंह स्वयं रूचि लेकर कंपनियों से चर्चाओं में जुटे हुए हैं। जल्द ही इसके बेहतर नतीजे सामने आएंगे। बता दें कि अभी 62 प्रकार की जांचें जिला मुख्यालय पर शासकीय भोज जिला चिकित्सालय में होती है।
ब्लॉक लेवल पर पैथोलॉजी और अन्य जांचों की सुविधा प्रारंभ होने से आदिवासी बाहुल्य धार जिले में गरीब और मध्यमवर्गीय लोगों को बड़ी राहत होगी।
अप्रूवल का इंतजार फिर जमीन होगी तैयार –
धार जिले में स्वास्थ्य सेवाएं विस्तारीकरण के लिए कार्ययोजना बनाकर अप्रूवल के लिए भेजी जा रही है। सहमति मिलते ही संबंधित क्षेत्रों में जमीन अलॉट की जाएगी। इसके बाद निर्माण कार्य शुरू होंगे।
केन्द्रों के निर्माण के लिए जनसंख्या और प्राथमिकता को तय किया गया है। कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर जनसंख्या घनत्व अधिक है और केन्द्र की आवश्यकता है। कई क्षेत्र सुदूर अंचलों में हैं जहां पर बीमारों की केन्द्र पर आने के पहले ही मौत हो जाती है।
प्रसुताओं को रास्ते में ही प्रसव हो जाता है। इन्हें भी प्राथमिकता के केन्द्र में रखा गया है। नवीन केन्द्रों में महिलाओ और बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर विशेष व्यवस्था रहेगी।
जिला अस्पतालों की क्षमता बढ़ाएंगे –
जिला अस्पताल 2021 में कोरोना संक्रमण के कारण आम लोगों के लिए स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था की दृष्टि से ठीक नहीं रहा है, लेकिन जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को संसाधनों की उपलब्धता का ‘पॉवर डोज’ मिल गया है।
सीएसआर मद से जिले के कोविड प्रभारी व मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और कलेक्टर आलोक कुमार सिंह के प्रयासों से ऑक्सीजन प्लांट सहित कई प्रकार के साधन, संसाधन उपलब्ध हुए हैं।
तीन वर्षीय कार्ययोजना में जिला अस्पताल की क्षमता भी बढ़ाई जा रही है। वर्तमान में 300 बिस्तरों की व्यवस्था है। अब इसे 500 बेड का बनाया जाएगा। इसके लिए स्थान तो लगभग चिह्नित कर लिया गया है। ट्रॉमा सेंटर भवन में एक मंजिल और बढ़ाई जाएगी।
वहीं सामने के पुराने भवन को डिसमेंटल करके नया भवन बनाया जाएगा। दोनों स्थानों पर 100-100 बेड की क्षमता बढ़ाई जाएगी। आने वाले 1095 दिन जिले के युवाओं के हेल्थ सेक्टर में ‘जॉब्स’ और आम लोगों के लिए ‘सरल स्वास्थ्य सुविधाओं’ की उपलब्धता के दिन होंगे।
प्रयास है कि आम लोगों को उपलब्ध हों बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं –
जिले की जनसंख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसी के तहत स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तारीकरण करने का तीन वर्षीय प्लान तैयार किया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि जिले में आम लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों। सीएसआर मद से भी अनेकों काम करवाए गए हैं और निरंतर जारी हैं।
– आलोक कुमार सिंह, कलेक्टर, धार