भोपाल। केंद्र सरकार द्वारा 2021 में सीबीएसई 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने के अगले दिन ही मध्यप्रदेश शिक्षा बोर्ड ने भी 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दिया है। इससे पहले दसवीं की परीक्षा भी रद्द हो गई थी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ शिक्षामंत्री इंदर सिंह चौहान की बैठक के बाद बुधवार को यह निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बच्चों पर परीक्षा का मानसिक बोझ डालना उचित नहीं है।
सीएम शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश में 12वीं बोर्ड की परीक्षा इस वर्ष आयोजित नहीं की जाएगी। बच्चों की जिंदगी हमारे लिये अनमोल है। करियर की चिंता हम बाद में कर लेंगे। ऐसे समय जब पूरा देश और प्रदेश कोरोना का संकट झेल रहा है तब बच्चों पर परीक्षाओं का मानसिक बोझ डालना उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि 12वीं बोर्ड के रिजल्ट किस प्रकार आएंगे इसके लिये मंत्रियों का एक समूह बना दिया गया है जो विशेषज्ञों से बात कर रिजल्ट का तरीका तय करेगा।
मध्यप्रदेश में 12वीं बोर्ड की परीक्षा इस वर्ष आयोजित नहीं की जाएगी। बच्चों की जिंदगी हमारे लिये अनमोल है, करियर की चिंता हम बाद में कर लेंगे। ऐसे समय जब पूरा देश और प्रदेश कोरोना का संकट झेल रहा है तब बच्चों पर परीक्षाओं का मानसिक बोझ डालना उचित नहीं है: CM श्री @ChouhanShivraj pic.twitter.com/YEO16PEJP9
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) June 2, 2021
बता दें कि पहले यह तय किया था कि सामान्य परिस्थिति होने पर ही परीक्षा कराएंगे। 12वीं की परीक्षा को लेकर 5 जून के बाद एक बैठक होगी, जिसमें कोरोना संक्रमण की समीक्षा करेंगे।
स्टूडेंट्स को तैयारी का मौका देने के लिए परीक्षा की घोषणा 20 दिन पहले की जाएगी ताकि हड़बड़ी ना मचे। सभी पेपर्स 15 दिन की समयावधि में ही करा लिए जाएंगे, यानी लंबा नहीं खींचेंगे। परीक्षाएं कराने और रिजल्ट घोषित करने में लगभग 80 दिन लगेंगे। अब ऐसा कुछ नहीं होगा।