नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंगलवार को अहम बैठक के बाद यह फैसला लिया गया कि इस साल CBSE 12वीं की परीक्षा रद्द की जा रही है। इससे पहले 10वीं की परीक्षा भी रद्द कर दी गई थी।
केंद्र सरकार के मंत्रियों अमित शाह, राजनाथ सिंह, प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल, धर्मेन्द्र प्रधान, निर्मला सीतारमण एवं शिक्षा मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी वाली इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता में है। ऐसे माहौल में उन्हें परीक्षा का तनाव देना ठीक नहीं है। हम उनकी जान खतरे में नहीं डाल सकते।
उन्होंने कहा कि 12वीं का रिजल्ट तय समयसीमा के भीतर और तार्किक आधार पर तैयार किया जाएगा। छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों के बीच चिंता खत्म होनी चाहिए। छात्रों को ऐसी तनावपूर्ण स्थिति में परीक्षा देने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।
Government of India has decided to cancel the Class XII CBSE Board Exams. After extensive consultations, we have taken a decision that is student-friendly, one that safeguards the health as well as future of our youth. https://t.co/vzl6ahY1O2
— Narendra Modi (@narendramodi) June 1, 2021
इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक परीक्षाओं को लेकर मंगलवार को फैसला लेने वाले थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के बाद की समस्याओं के कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया है।
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने की मांग की थी और कहा था कि पिछली परफॉर्मेंस के आधार पर छात्रों का आकलन किया जाए।
I am glad 12th exams have been cancelled. All of us were very worried abt the health of our children. A big relief
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 1, 2021
केजरीवाल ने कहा था कि बच्चों के पेरेंट्स परेशान हैं और वे नहीं चाहते हैं कि वैक्सीनेशन किए बिना परीक्षा हो। परीक्षा रद्द होने के बाद उन्होंने इसे छात्रों के हित में लिया गया फैसला बताया।