भोपाल। केंद्र सरकार भले ही लॉक डाउन के पक्ष में नज़र न आ रही हो लेकिन राज्यों में स्थिति के हिसाब से लॉक डाउन की एक मात्र सहारा है। अब मध्यप्रदेश में भी लॉक डाउन बढ़ाया जा रहा है। यहां अब कोरोना संक्रमण के मरीज़ ग्रामीण इलाकों में ज्यादा तेजी से बढ़ रहे हैं।
इसके चलते अब प्रदेश सरकार ने कोरोना कर्फ्यू या लॉकडाउन करीब 17 मई सुबह छह बजे तक तक बढ़ाने का फैसला किया है। हालांकि मुख्यमंत्री के ऐलान से पहले ही होशंगाबाद सहित प्रदेश के कई जिलों में 15 मई तक कर्फ्यू बढ़ाए का निर्णय हो चुका है। वहीं सप्ताहांत पर पहले से ही कर्फ्यू का निर्णय है इस तरह अब 17 मई तक कर्फ्यू रहेगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किल कोरोना अभियान पार्ट-2 को हो रही लेकर विजुअल कॉन्फ्रेंस में कहा कि अब कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करना होगा। गांव में संक्रमण नहीं रोका तो स्थिति विकट हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सक्रिय संक्रमितों की संख्या 88614 पहुंच चुकी है। वहीं महानगरों की स्थिति भी बिगड़ चुकी है। बुधवार को इंदौर में 1,782, भोपाल में 1,584, ग्वालियर में 1020 और ग्वालियर में 870 नए संक्रमित मिले है।
कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जरा भी ढिलाई कि तो बड़े संकट में फंस जाएंगे। जिन जिलों में पॉजिटिव केस की संख्या ज्यादा हैं, वहां के गांवों पर ध्यान देने की ज़रुरत है। वहां स्थिति बिगड़ कर भयानक रुप ले सकती है।
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधयों, कांग्रेस, बीजेपी के सदस्य सहित समाज सेवियों को मिलकर कोरोना से लड़ने के लिए अपने-अपने इलाकों में काम करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी शादी करने का कोई औचित्य है, जिसके कारण अपना और अपनों का जीवन संकट में डाल दे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने का निर्णय स्थानीय स्तर पर होगा। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप सबकी सहमित से निर्णय लेगा।
इससे पहले देश में स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोरोना की तीसरी लहर के आने की बात कह रहे हैं। जिसे देखकर लोग और भी ड़ रहे हैं। केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन ने भी कहा है कि जिस तरह से संक्रमण फैला हुआ है, उसे देखते हुए कोरोना की तीसरी लहर आना तय है। हालांकि हमें ये नहीं पता है कि तीसरी लहर कब आएगी, लेकिन हमें कोविड-19 के प्रोटोकॉल को जारी रखते हुए इसके लिए तैयार रहना चाहिए।
इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कुछ निर्देश जारी किये हैं…
– जिन गांव में पॉजिटिव केस हो, उन में मनरेगा की मजदूरी 15 मई तक बंद करने होंगे। जहां पॉजिटिव केस नहीं है वहां मनरेगा चल सकती है।
– दूसरों को सुरक्षित करना है तो पॉजिटिव लोगों को अलग ही रहना पड़ेगा
– गांव की टीम ही देखें कि आइसोलेशन का पालन ठीक से हो। कोविड केयर सेंटर खाली पड़े हैं। घर में जगह नहीं है तो पंचायत भवन कोविड केयर सेंटर में ले जाएं।