इंदौर। इंदौर के कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने प्रदेश सरकार में मंत्री तुलसी सिलावट के बेटे और उनके पूरे परिवार पर रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने जैसा संगीन आरोप लगाया है।
कोरोना महामारी की दूसरी लहर मे इंदौर के सक्रिय कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने मीडिया को सनसनीखेज बयान देते हुए सरकार व प्रशासन पर सवाल उठाये हैं।
कांग्रेस विधायक ने मध्यप्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री व इंदौर के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट के पुत्र चिंटू सिलावट और उनके परिजनों पर गंभीर आरोप लगाये और कहा कि ये लोग महंगे व आवश्यक इंजेक्शन बेच रहे हैं और दूसरी तरफ मंत्री जी घर में चूड़ियां पहन कर बैठे हुए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक कोविड के इलाज के लिए एमवाय अस्पताल, नर्सिंग और डेंटल कॉलेज के साथ ही उनके स्वयं के 200 बेड वाले अस्पताल को चालू नहीं करवाया जा सका है। इसके अलावा इंदौर के 52 श्मशान घाट पर रोज हजार लाशें जलायी जा रही हैं तो दूसरी ओर सरकार और प्रशासन आंकड़े छुपा रहा है।
कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला की मानें तो इंदौर मे 500 इंजेक्शन रोज आ रहे हैं, लेकिन भाजपा विधायको और मंत्रियों द्वारा इन्हें बेच दिया जा रहा है। स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर हम 15 दिनों से प्रशासन से और मंत्री जी से लड़ रहे हैं और सीएम को भी कह रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री जी एक बार भी इंदौर नहीं आए। ऐसे में इंदौर की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।
भाजपा ने दी शुक्ला को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी –
मंत्री तुलसी सिलावट और उनके परिवार पर संगीन आरोप लगाने वाले कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा ने कहा कि भाजपा के मंत्री के बेटे, भाजपा विधायक और भाजपा पर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के जो आरोप लगाए गए हैं, ये राजनीति का बहुत ही घटिया, स्तरहीन और ओछा स्तर है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि हम कड़े शब्दों में इसकी निंदा करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने संजय शुक्ला को चुनौती दी है कि अगर उनके पास कोई प्रमाण है तो वो प्रस्तुत करें। नहीं तो अपने घटिया बयान के लिए वो सार्वजनिक रूप से खेद प्रकट करें। बिना प्रमाण के वो अपने बयान पर अडिग रहते हैं तो भाजपा संजय शुक्ला के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी।
मंत्री सिलावट ने कहा – मुझे उनके प्रमाण की आवश्यकता नहीं
दूसरी तरफ, मंत्री तुलसी सिलावट ने कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला के आरोप को लेकर कहा कि शुक्ला के आरोप बेबुनियाद, निराधार और असत्य हैं। उन्होंने कहा कि उनको महापौर बनने के सपने आ रहे हैं, लेकिन ये सपने कभी पूरे नहीं होंगे।
उन्होंने साफ कहा कि मुझे उनके आरोप-प्रत्यारोप और प्रमाण की आवश्यकता नहीं है। मुझे मेरी जनता ने प्रमाण दे रखा है। इससे बड़े प्रमाण-पत्र की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैं सेवा करने के लिए आया हूं और मेरा संकल्प है कि मैं अपना काम पूरा करूं। मुझे इनके प्रमाण की जरूरत नहीं। मुझे मेरी माता बहनों और बुजुर्गों के प्रमाण-पत्र की आवश्यकता है।