इंदौर। शहर के एमजी रोड स्थित जिला कोर्ट परिसर के रिकॉर्ड रूम में गुरुवार शाम अचानक आग लग गई। यह रिकॉर्ड रूम भवन के बेसमेंट में है। इस आग में रिकॉर्ड रुम में रखे वर्षों पुराने रिकॉर्ड ख़ाक हो गए।
इस आग को बुझाने के लिये पचास से ज्यादा टैंकरों की मदद ली गई। इस आग में सत्तर साल पुराना तक रिकॉर्ड जलकर ख़ाक हो गया। गुरुवार शाम जब कोर्ट के एक मनोरंजन कक्ष में कुछ वकील कैरम खेल रहे थे तब आग उन्हें जलने की बदबू आई।
यह बदबू रिकॉर्ड रूम से आ रही थी। वकीलों ने आग की ख़बर दूसरे अधिकारियों और दमकल विभाग को दी। आग में रिकॉर्ड रूम में रखे काजग़ात तेजी से जल रहे थे। दमकल को आग बुझान में खासी परेशानी हुई क्योंकि इसी जगह वकीलों के चैंबर बने हुए थे।
धीरे-धीरे आग बढ़ रही थी और धुंआ पूरे क्षेत्र में फैलने लगा। इधर, जिला कोर्ट में आग की सूचना के बाद स्थानीय पुलिस के साथ ही पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
आग पर काबू पाने के लिए करीब 80 लोगों की टीम देर रात तक जुटी रही। तुकोगंज टीआई कमलेश शर्मा के अनुसार गुरुवार शाम साढ़े सात बजे आग लगने की सूचना मिली। जेसीबी से दीवार तोड़ना चाही, लेकिन बिल्डिंग में दरार आ गई।
डीआईजी मनीष कपूरिया ने कहा कि काफी पुरानी इमारत है, इसलिए इसका कोई भी हिस्सा तोड़ना खतरनाक हो सकता है। इसके बाद पोकलेन मशीन बुलवाई और नीचे गड्ढा किया गया।
रात 12 बजे एक सुरंग बनाई और उसमें पाइप डालकर अंदर पानी पहुंचाया गया। इसके अलावा एक बड़ा पाइप अंदर डालकर धुआं बाहर निकालने का प्रयास किया गया।
इस तरह के तमाम उपाय कर दमकलकर्मियों ने कड़ी मेहनत और मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया।
इस आग से बड़ा नुकसान हुआ है। कोर्ट परिसर के तलघर में 1952 से चल रहे रिकॉर्ड रूम में करीब 40 से 50 साल पुराना रिकॉर्ड रखा हुआ था जिनमें सिविल से लेकर हाईकोर्ट तक के मामलों में लंबित अपील के रिकॉर्ड भी हैं।
फिलहाल, आगजनी के बाद कितना रिकॉर्ड जल गया है इसका पता उनकी जांच के बाद ही चल पाएगा। पुलिस और दमकल अब आग लगने के कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है।