महू। शहर में बुधवार को 124 संक्रमित मिले हैं। इनमें से एक की मौत भी हुई है। बुधवार को ही 2319 लोगों ने वैक्सीन लगवाई है। इस बीच शहर के हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। प्रशासन जहां बीमारी को रोकने में लगा हुआ है तो वहीं नागरिक खुद के और दूसरों के प्रति गंभीर लापरवाह बने हुए हैं।
बुधवार को कई ऐसे लोग मिले जो संक्रमित होने के बावजूद भी खुलेआम घूम रहे थे और कई तो दुकानें खोलकर बैठे थे। हालांकि व्यापारियों के एक बड़े वर्ग ने ही बुधवार रात से स्वैच्छिक लॉकडाउन की आह्वान किया है।
धनाढ्य परिवारों से आने वाले शहर के कई लोग बेहद गैरजिम्मेदारी नज़र आ रहे हैं। ये गैरजिम्मेदारी केवल उनके खुद के लिए नहीं है बल्कि शहर के तमाम दूसरे लोगों के लिये भी है। इसे लेकर बुधवार को प्रशासन को कई शिकायतें मिलीं जिसके बाद इनके खिलाफ़ कार्रवाई शुरु कर दी गई।
सुबह तहसीलदार धीरेंद्र पाराशर ने महू थाना प्रभारी दिलीप पुरी के साथ मोती चौक स्थित तायल साड़ी कलेक्शन पर कार्रवाई के लिए पहुंचे। यहां परिवार का एक सदस्य संक्रमित था लेकिन इसके बाद भी दुकान लगातार खोली जा रही थी।
टीम के सामने व्यापारी ने परिवार में कोरोना मरीज होने से इंकार किया लेकिन अधिकारियों ने उसका मौके पर ही टेस्ट करवाया तो वह पॉजिटिव निकला। इसके बाद प्रशासन ने सख्त हिदायत देकर दुकान बंद करवा दी।
शाम को एसडीएम अभिलाष मिश्रा ऐसे ही दूसरे लोगों की सूची लेकर शहर में निकले और सराफा व्यापारी बंसल ज्वेलर्स तथा आनंदीलाल पुरूषोत्तम दास सराफ के यहां पहुंचे। इनके घरों में परिवार के सदस्य संक्रमित हैं लेकिन दुकान खोलना बंद नहीं किया गया।
इसके अलावा कपड़ा गली, कोतवाली चौक व भारत स्टेशनरी के यहां संक्रमित दुकानें खोल कर व्यापार कर रहे थे। अधिकारी ने यहां पहुंच कर कड़ी फटकार लगाई तथा बाजार व इनके घरों को सील कर दिया।
कोतवाली चौक पर संक्रमित ने अपने यहां लगे पोस्टर तक फाड़ कर फेंक दिए। एसडीएम मिश्रा ने सख्ती के साथ इनके घरों तथा आसपास के क्षेत्र को बेरिकेट लगाकर कंटेनमेंट जोन बना दिया है।
कपड़ा गली में कुछ लोगों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि सिर्फ संक्रमित का घर सील करें लेकिन एसडीएम ने साफ लहजे में कह दिया कि जब संक्रमित पूरे क्षेत्र में घूम कर व व्यापार कर संक्रमण फैला रहा है तो उसका न तो विरोध किया और न ही शिकायत हुई।
एसडीएम मिश्रा ने कहा कि ऐसे संक्रमित लोग शहर व समाज के दुश्मन बन रहे हैं और इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 269 के तहत प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिए।
प्रशासन ने बुधवार को शहर में दस स्थानों को कंटेनमेंट जोन बना दिए। छावनी परिषद के मनीष अग्रवाल, देवेंद्र मेव अपनी टीम के साथ रात दस बजे तक शहर में बेरिकट लगाते रहे व संक्रमित के घर व क्षेत्र में सैनिटाइजर का छिड़काव करते रहे।
महू में अब गुरुवार से ज्यादातर दुकानें बंद रहेंगी। व्यापारियों ने पिछले दिनों इसके लिए स्वैच्छिक लॉकडाउन बुलाया है। बुधवार शाम को भी प्रशासन ने सख्ती से दुकानें बंद करवाईं।
इसके बाद गुरुवार से कम ही दुकानें खुलने की उम्मीद है। हालांकि जो भी व्यापारी दुकानें खोलेंगे उन्हें भी दूसरे व्यापारी बंद करने की अपील करेंगे।