इंदौर। शिवराज सरकार घरेलू हिंसा को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घरेलू हिंसा को रोकने के लिए अफसरों को ज्यादा सख्त प्रावधान करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि घरेलू हिंसा की शिकार पीड़िताओं के लिए सरकार द्वारा वेलफेयर स्कीम बनाई जाएगी। इसके साथ ही प्रदेश के सभी थानों में महिला डेस्क खोली जाएगी।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी वेक जौहरी और अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा के साथ घरेलू हिंसा को लेकर बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि घरेलू विवाद के दौरान यदि किसी महिला का हाथ-पैर या अन्य कोई अंग काटा जाता है तो ऐसे अपराध को ज्यादा संगीन माना जाएगा।
पति या परिवार के निकटतम व्यक्ति द्वारा घर की महिला पर हिंसा मूलत: विश्वास की हत्या है। प्रदेश में हुई हाथ काटने की घटनाएं घोर निंदनीय है।
ऐसा अत्याचार करने वाले समझ लें कि कठोरतम दण्ड के प्रावधान किए जाएंगे और पीड़ित महिलाओं की सहायता के लिए भी हर संभव व्यवस्था की जाएगी। pic.twitter.com/N6e9WkclJW
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 27, 2021
वर्तमान में ऐसी घटनाओं में आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया जाता है। लेकिन अब ऐसे मामलों में इससे ज्यादा सख्त धाराओं का प्रावधान कानून में लाने की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महिलाओं के साथ ऐसी बर्बरता ना हो समाज में इसका संदेश जाना चाहिए ताकि अपराधी में भय पैदा हो। प्रदेश के 100 थानों में महिला डेस्क हैं। अब यह निर्णय लिया गया है कि सभी 700 थानों में महिला डेस्क होंगी। जिसमें महिला पुलिस अधिकारी को ही इंचार्ज बनाया जाएगा।
बता दें कि 9 मार्च को निशातपुर की पार कॉलोनी में रहने वाली संगीता पर उसके पति प्रीतम सिंह ने फरसे से हमला कर दिया था। जिससे संगीता का एक हाथ और एक पैर का पंजा कट गया। वहीं 22 मार्च को सागर के बामनहोरा गांव की आरती गौड़ पर उसके पति ने कुल्हाड़ी से हमला करके दोनों हाथ काट दिए थे। ऐसी ही घटना बैतूल में भी घटी थी। जहां पति ने अपनी सो रही पत्नी पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया था।
यह ख़बर जोश-होश मीडिया से ली गई है।