इंदौर। मध्यप्रदेश की पर्यटन व संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने मंगलवार को मीडिया सेंटर में मदरसों पर विवादित बयान दिया।
ठाकुर ने मीडिया सेंटर में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि आतंकवादी व कट्टरवादी मदरसों में पले-बढ़े हैं, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर को आंतकवाद की फैक्टरी बना कर रख दिया। राष्ट्रवाद में बाधा डालने वाले मदरसों को राष्ट्रहित में बंद होना चाहिए।
असम का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां ऐसा करके भी दिखाया गया है। असम में मदरसे बंद है। जो मदरसे समाज को राष्ट्रवाद से नहीं जोड़ सकते हैं, उन्हें समुचित शिक्षा से जोड़कर समाज की प्रगति के लिए आगे लाना चाहिए।
All terrorists are raised in madrasas, they had turned J&K into a terror factory. Madrasas which can't comply with nationalism, they should be merged with existing education system to ensure complete progress of the society: Madhya Pradesh Minister Usha Thakur in Indore. (20.10) pic.twitter.com/1jQEgFBu2r
— ANI (@ANI) October 21, 2020
सामूहिक शिक्षा पर जोर देते हुए ठाकुर ने कहा कि विद्यार्थी एक समान होते हैं। धर्म आधारित शिक्षा से कट्टरता पनप रही है और विद्वेष का भाव फैल रहा है। वक्फ बोर्ड एक सक्षम संस्था है। मदरसों की शासकीय मदद भी बंद होना चाहिए। यदि कोई निजी तौर पर धार्मिक संस्कार देना चाहता है तो हमारा संविधान उसके लिए छूट देता है।
कमलनाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह बात कही थी कि आदिवासियों से कोई हिंदू नहीं लिखवाएगा जबकि वे अनादि काल से हिंदू हैं।
कमलनाथ सरकार के फैसलों पर आपत्ति लेते हुए उन्होंने कहा कि एक तरफ मंदिरों की आय पर टैक्स लगा दिया और मदरसों को राहत देते रहे। कांग्रेस ने देश की एकता को खंड-खंड करने की नीति बनाई थी।