नरसिंहपुर। बिजली कंपनी में आउटसोर्स कंपनी मेसर्स प्राइम वन वर्क फोर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने अनुबंध समापन पर अपने ही कर्मचारियों का वेतन रोक लिया। इसकी जानकारी जब मप्र विद्युत कर्मचारी संघ को लगी तो उसने हड़ताल व अन्य विरोध प्रदर्शन आदि की सख्ती दिखाई।
इस तरह से कर्मचारी संघ ने अपनी बात मप्र के ऊर्जा मंत्री तक पहुंचाई, जिसके बाद कंपनी ने रोकी गई सैलरी देनी शुरू कर दी। बता दें कि नरसिंहपुर जिले में आउटसोर्स कंपनी के 685 कर्मचारी काम कर रहे हैं।
जिले में पिछले कई वर्षों से कार्यरत आउटसोर्स कंपनी प्राइम वन के अंतर्गत 685 कर्मचारी कार्यरत हैं। बिजली कंपनी ने निर्धारित नियमों का पालन नहीं करने पर प्राइम वन का अनुबंध समाप्त कर दिया।
कंपनी द्वारा शर्तों के अनुसार हर महीने की सात तारीख तक वेतन उपलब्ध कराया जाता है। फरवरी 2021 का वेतन कर्मचारियों को बीते दिनों तक नहीं मिला जिससे कर्मचारी परेशान रहे और उन्होंने मप्र कर्मचारी संघ फेडरेशन इंटक तक अपनी समस्याएं पहुंचाई।
इंटक ने अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखकर जल्द ही वेतन देने की मांग की। इंटक ने मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन एवं मुख्य अभियंता जबलपुर के अतिरिक्त अपने संगठन के भोपाल स्थित महामंत्री तक बात पहुंचाई जिनके जरिये उर्जामंत्री तक बात पहुंची।
इसके बाद प्राइम वन ने कर्मचारियों का वेतन देना शुरू किया। मप्र विद्युत कर्मचारी संघ के सचिव अशोक गुप्ता के अनुसार वेतन नहीं मिलने से आउटसोर्स कर्मचारियों में असंतोष बढ़ रहा था।