कोरोनाः इंदौर में फिर सबसे ज़्यादा ख़तरा, केवल 24 घंटे में 36 मरीज़ वैंटिलेटर पर आए


इस बीच लोगों में आम राय यह कायम हो रही है कि इन दिनों कोरोना के लक्षण वैसे नहीं हैं जैसे बीते साल के दौरान थे हालांकि विशेषज्ञ इसे सही नहीं बताते।


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इन्दौर Published On :
indore-2020

इंदौर।  जिले में अब कोरोना की स्थिति बिगड़ने लगी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शनिवार 13 मार्च को इंदौर में 263 नए मामले आए हैं। इससे ठीक एक दिन पहले 246 कोरोना संक्रमित जिले में मिले थे। जिले के हालात एकदम से बदले हैं। कुछ दिनों पहले तक ही एक दिन में करीब दस लोग कोरोना संक्रमित होकर अस्पताल में भर्ती हो रहे थे तो वहीं अब यह संख्या सौ से अधिक हो गई है।

प्रदेश में फिलहाल 4335 संक्रमित हैं। इनमें इंदौर और भोपाल में हालात सबसे खराब बताए जा रहे हैं। इंदौर में फिलहाल 1629 एक्टिव केस हैं। इनमें से 39 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। यहां मरीजों की मौत भी होने लगी है। कोरोना से अब तक इंदौर में 942 लोगों की मौत हो चुकी है। रविवार सुबह महू के एक सेवा निवृत्त सैन्य अधिकारी की मौत भी कोरोना के चलते होने की खबर है।

वहीं भोपाल में शुक्रवार को 118 कोरोना संक्रमित मिले हैं। यहां फिलहाल 817 सक्रिय संक्रमित हैं। वहीं जबलपुर में 47 और ग्वालियर में 26 सक्रिय मामले हैं।

इस बीच लोगों में आम राय यह कायम हो रही है कि इन दिनों कोरोना के लक्षण वैसे नहीं हैं जैसे बीते साल के दौरान थे हालांकि विशेषज्ञ इसे सही नहीं बताते। डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना अभी भी उतना ही खतरनाक है जितना पहले था। ऐसे में अभी भी वहीं सावधानियां रखनी होंगी।

लोगों को भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से परहेज़ करना चाहिए और मास्क और सेनेटाईजर आदि का उपयोग लगातार करना चाहिए। इस बीच सबसे ज़रूरी है सोशल डिस्टेंसिंग। जिसका पालन हर हाल में होना चाहिए।

इंदौर में कोरोना की स्थिति को देखते हुए संभव है कि सोमवार से यहां नाईट कर्फ्यू लगा दिया जाए। मुख्यमंत्री ने पहले ही इसके बारे में सोमवार को फैसला लेने की बात कही थी। यह फैसला कोरोना की स्थिति पर निर्भर करेगा और फिलहाल कोरोना की स्थिति इंदौर और भोपाल दोनों में ही बिगड़ रही है।

 

 



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