दमोह/हटा। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर जहां नगर में सभी शिव मंदिरों में सुबह से ही भक्तों ने भगवान भोले बाबा की पूजा-अर्चना व आराधना की। वहीं उपकाशी हटा नगर में स्थित श्री श्री 1008 देवश्री गौरी शंकर मंदिर में भारी भीड़ देखी गई।
मंदिर में सुबह छह बजे से ही भगवान भोलेनाथ के भक्त जल अर्पण कर भोले बाबा का पूजन तथा अभिषेक करने पहुंच गए। इसके साथ ही शहर के अन्य मंदिरों में भी भक्ति भाव व भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया।
देवश्री गौरी शंकर मंदिर नगर तथा बुंदेलखंड में प्राचीनतम मंदिरों में से एक है तथा यह मंदिर अपने आप में अनूठा शिव मंदिर है, जहां भगवान भोलेनाथ दूल्हा वेशधारी रूप में विराजमान हैं।
कहा जाता है कि उपकाशी हटा नगर में ही यह एकमात्र भोले बाबा की दूल्हा वेश में मूर्ति स्थापित है। यहां पर भगवान भोलेनाथ की दाढ़ी में हीरा जड़ा हुआ है और भगवान भोलेनाथ माता पार्वती के साथ दूल्हा वेश में नंदी पर विराजमान हैं।
कांवड़ यात्रा मित्र मंडली के द्वारा छोटे सरकार के सानिध्य में नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए एक विशाल भव्य बारात के साथ शोभायात्रा निकाली गई जिसमें विभिन्न झांकियों के साथ भगवान भोलेनाथ की प्रतिमाएं तथा भोले के भक्तों ने नाचते हुये हर-हर महादेव के जयकारों के साथ नगर भ्रमण किया।
मंदिर-मस्जिद चौराहे पर कौमी एकता की मिसाल पेश कर मुस्लिम समुदाय ने अजब धाम महंत श्री छोटे सरकार के साथ बारात में शामिल सभी का अभिवादन किया। यह बारात शंकर जी के चबूतरा से प्रारंभ होकर भूतेश्वर मंदिर होते हुए भगवान देवश्री गौरी शंकर मंदिर पर पहुंची, जहां विशाल भंडारे के साथ भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया।