महाशिवरात्रि: महाकालेश्वर, ओमकारेश्वर और पशुपतिनाथ के दर्शन


देश गांव पर जानिए कैसे शुरू हो रहा है उज्जैन खंडवा और मंदसौर में शिवरात्रि का महोत्सव।


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इन्दौर Updated On :

इंदौर। मालवा क्षेत्र को भगवान शिव की नगरी कहा जाता है। यहां महाकाल और ओंकारेश्वर दो ज्योतिर्लिंग है। इनके साथ मंदसौर में पशुपतिनाथ भी मौजूद हैं। महाशिवरात्रि की अवसर पर यहां कुछ अलग ही माहौल है।

देश गांव पर जानिए कैसे शुरू हो रहा है उज्जैन खंडवा और मंदसौर में शिवरात्रि का महोत्सव।

महाकाल के दर्शन करने के लिए रात तीन बजे से लोग कतारों में खड़े हुए हैं। पारंपरिक भस्म आरती के बाद सुबह पांच बजे दर्शनों का सिलसिला शुरू हुआ। मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि आज करीब एक लाख लोग महाकाल के दर्शन करेंगे। महाकाल गोइंग उज्जैन का राजा भी कहा जाता है ऐसे में दोपहर बारह बजे सरकारी पूजा भी यहां की जाएगी। महाकाल को राजाओं का भी राजा कहा जाता है लिहाजा शाम चार बजे होलकर राजवंश और सिंधिया राजवंश की ओर से भी महाकाल की पूजा आयोजित की जाने की परंपरा है। महाशिवरात्रि पर महाकाल को दूल्हे की तरह सजाया गया है।

 

खंडवा से भगवान ओंकारेश्वर केे दर्शन

महाशिवरात्रि पर सुबह चार बजे से दर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया है। जो सतत 36 घण्टे तक जारी रहेगा। गुरुवार को रात 3 बजे से ही मन्दिर में दर्शनार्थियों की कतार लगना शुरू हो गई थी।

ज्योतिर्लिंग मन्दिर के गर्भगृह में पहुंच कर श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के मूल स्वरूप पर जल और पुष्प-बेलपत्र चढा रहे हैं। सुबह 8 बजे से मूल स्वरूप सीधे पर जल चढ़ानें पर प्रतिबंध रहेगा। कोरोना को देखते हुए प्रशासन ने कोविड-19 के नियमों का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है।

तीर्थनगरी के विभिन्न घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु नर्मदा स्नान कर रहे है। वहीं भगवान ओंकारेश्वर- ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने पहुंच रहे है।

प्रशासन और मन्दिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए मन्दिर में मास्क और हाथों को सेनिटाजिंग अनिवार्य किया गया है। मन्दिर के प्रवेश द्वारों पर दर्शनार्थियों की थर्मल स्केनिंग की जा रही हैं।

खंडवा के अलावा अन्य जिलों से भी पुलिस बल बुलाया गया है। शिवरात्रि पर निमाड़,मालवा के अलावा देश भर से आए श्रद्धालु नर्मदा के किनारे स्नान कर रहे है। ज्योतिर्लिंग भगवान के पट दर्शनार्थियों के लिए 36 घण्टे लगातार खुले रहेंगे।

स्नान और दर्शनों के बाद श्रद्धालु ओंकार पर्वत की परिक्रमा भी लगा रहे है। शिवरात्रि पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुविधा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। होमगार्ड के गोताखोरों को भी नर्मदा नदी के घाटों पर तैनात हैं।

यातायात के नियंत्रण के लिए भी पुलिस के जवान मुख्य स्थानों पर लगाएं है।श्रद्धालुओं की भीड़ ओर वाहनों के जमावड़े को देखते हुए नगर में वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया है।

– पुनासाएसडी एवम मन्दिर ट्रस्ट के मुख्य कार्यपालन अधिकारी चंदर सिंह सोलंकी ने बताया प्रातः चार बजे से मन्दिर के पट दर्शनार्थियों के लिए खोल दिए है। भक्त नर्मदा स्नान के बाद मन्दिर पहुंच कर जल ,बेलपत्र व फूल भगवान के मूल स्वरूप पर अर्पित कर रहे है।

शिवरात्रि पर एक लाख से अधिक श्रद्धालु ओकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर पुण्य लाभ लेंगे। इनकी सेवा के लिए तरह नगरी में जगह जगह शिव भक्तों को संत समाज व ओंकारेश्वर, इन्दौर के भक्तों द्वारा फलाहारी वितरण किया जा रहा है।

 

मंदसौर में पशुपतिनाथ

महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान पशुपतिनाथ के नगर में भी काफी उल्लास है। यहां सुबह से ही लोग दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। इस बीच पवित्र शिवना नदी में स्नान भी किया जा रहा है।

मंदिर के पट महाशिवरात्रि पर्व पर सुबह चार बजे खुल गए है जो अब 33 घन्टे तक 12 मार्च की दोपहर एक बजे बंद होंगे। रात में चारों प्रहर के अभिषेक, श्रृंगार होंगे। इस दौरान दिनभर में 20 हजार से अधिक भक्तों के पहुंचने का अनुमान है। मंदिर परिसर, घाट, पार्किंग स्थल एवं भक्तों के आने-जाने वाले रास्तों पर पुलिस जवान तैनात है।

कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिर में खास इंतजाम किए गए हैं। यहां मंदिर के अंदर प्रवेश से पहले मास्क का खास ध्यान रखने की हिदायत दी गई है। वहीं श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग भी लगातार जारी है



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