रतलाम। रतलाम के डेलनपुर गांव में गुरुवार को कांग्रेस की किसान महापंचायत की शुरुआत हुई, जिसमें फैसला किया गया कि किसान संगठन हर घर से एक मुट्ठी अनाज और पांच रुपये इकट्ठा कर किसान आंदोलन के लिए भेजेंगे।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस के पहले किसान महापंचायत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया और अरुण यादव शामिल हुए। हालांकि, कांग्रेस के ये नेता ना ही मंच पर बैठे और न उन्होंने किसान महापंचायत में कोई भाषण ही दिया।
किसान महापंचायत में शामिल हुए दिग्विजय सिंह ने सिर्फ इतना कहा कि वे यहां भाशण देने नहीं आए बल्कि किसानों की बात सुनने के लिए आए हैं।
किसान महापंचायत में दिग्विजय सिंह पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव और कांतिलाल भूरिया के साथ दर्शक दीर्घा में बैठे रहे। इस दौरान किसान आंदोलन से जुड़े डॉ. अजय मलेरा, गुरनाम सिंह, केदार सिरोही मौजूद रहे।
वहीं, राजनीति के जानकार इसका कारण यह मान रहे हैं कि पार्टी जनता के बीच यह संदेश देना चाहती है कि यह महापंचायत पूरी तरह से किसानों की है।
किसान महापंचायत की शुरुआत के साथ ही कांग्रेस पार्टी का यह प्रयास है कि आने वाले दिनों में आगामी चुनाव में अपनी जमीन मजबूत की जाए और किसानों के एक बड़े वर्ग को अपनी तरफ करके केंद्र सरकार पर निशाना साधा जाए।
किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने साफ कहा कि कृषि कानूनों से किसानों को लाभ नहीं होने वाला है। इससे किसानों को नुकसान ही होना है। ऐसे में केंद्र सरकार को यह तीनों कानून वापस लेना चाहिए।