इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के नेतृत्व में इंदौर कमिश्नर से मुलाकात की। इस दौरान फर्जी मतदाताओं के संदर्भ में एक बड़ी सूची कांग्रेस ने संभागायुक्त को सौंपी।
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने इस दौरान तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बीजेपी का असली चेहरा सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की औक़ात नहीं है कि वो ईमानदारी से चुनाव लड़कर जीत सकें।
इतना ही नहीं वर्मा ने साफ किया कि इंदौर में तकरीबन सवा से डेढ़ लाख फर्जी मतदाता हैं जो ईवीएम के ज़रिये बीजेपी को जिताने में मदद करते हैं। पूर्व मंत्री ने कमिश्नर कार्यालय पर कहा कि फर्जी मतदाताओं के मामले में सूचना चुनाव आयोग को दे दी गई है और इन्दौर कलेक्टर ने खुद स्वीकार किया है कि 80 हजार फर्जी मतदाता हैं।
वर्मा ने बताया कि इंदौर में करीब 13 हजार फर्ज़ी राशनकार्ड हैं जिसका सीधा मतलब है कि शहर में डेढ़ लाख के करीब फर्ज़ी मतदाता हैं। वर्मा ने प्रशासन पर सवाल उठाये और कहा कि अधिकारी भाजपा सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं और ये गलत है।
वर्मा ने आगे कहा कि अधिकारी सरकार से क्यों डरते हैं ये बड़ा सवाल है क्योंकि जब स्वयं कलेक्टर 80 हजार मतदाताओं को फर्जी मान रहे हैं और वे ही कलेक्टर आखिर में उन 80 हजार मतदाताओं को दोबारा मौका दे रहे हैं।
कांग्रेस ने पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है और उन्होंने चुनाव आयोग से इस पर ध्यान देने को कहा है और चुनाव बैलेट पेपर से करवाने की मांग की है।