सीधी बस हादसाः नहर से अब तक 51 शव मिले, मृतकों के घर पहुंचे सीएम शिवराज


इस हादसे में बुधवार सुबह चार और शव नहर से बाहर निकाले गए। इसके साथ ही मृतकों की संख्या अब 51 पहुंच गई है। प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक, अब कोई भी बस सवारी लापता नहीं है। बताया जा रहा है कि दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रामपुर नैकिन पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण करेंगे और पीड़ियों के परिजनों से मुलाकात करेंगे।


Manish Kumar Manish Kumar
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सीधी। मध्यप्रदेश के सीधी जिले में सोन नदी पर बने बाणसागर बांध की मुख्य नहर में मंगलवार की सुबह यात्रियों से भरी बस गिर गई थी। इस हादसे में बुधवार सुबह चार और शव नहर से बाहर निकाले गए।

इसके साथ ही मृतकों की संख्या अब 51 पहुंच गई है। प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक, अब कोई भी बस सवारी लापता नहीं है।

सीएम शिवराज सिंह चौहान बस हादसे में मारे गए मृतकों के घर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया। सुरेश गुप्ता जो उस बस में थे उन्हें बचा लिया गया था। सीएम ने उनसे मुलाकात की और हाल जाना।

देर रात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी में हुए बस हादसे को लेकर सीधी आरटीओ को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ साथ एमपीआरडीसी के डिविजनल मैनेजर, एजीएम और मैनेजर को भी तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया गया है। इससे पहले सीएम ने प्रति‍न‍िधि‍ और अध‍िकारियों के साथ बैठक ली।

नहर में गिरी बस के फरार चालक को रामपुर नैकिन पुलिस ने दबिश देकर उसके घर पर पकड़ लिया है। रामपुर नैकिन थाने में पुलिस चालक से घटनाक्रम को लेकर बातचीत कर रही है।

ड्राइवर का कहना है कि अचानक बस में आवाज आई और वह सड़क से उतरकर नहर में चली गई। मेरे पहले एक लड़की बस से निकली और फिर मैं। ग्रामीणों ने रस्सी के जरिये हमें बाहर निकाला।

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इस बस हादसे में प्रभावित यात्री सीधी, रीवा, सिंगरौली व सतना जिले के निवासी हैं। हादसा सुबह साढ़े सात बजे सीधी जिले के रामपुर नैकिन स्थित पटना पुल के पास हुआ। बस सीधी से सतना जा रही थी।

संकरी सड़क पर ट्रक से पासिंग लेते समय बस का पिछला पहिया फिसला और बस 22 फीट गहरी नहर में गिर गई। चालक समेत सात लोगों को ग्रामीणों ने सुरक्षित बाहर निकाला। सूचना पाते ही सीधी और रीवा जिले के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और एसडीआरएफ की टीम राहत कार्य में जुट गई।

सतना-सीधी स्टेट हाइवे पर छुहिया घाटी में पांच दिन से लगे जाम के कारण बस चालक नहर के रास्ते से निकलने की कोशिश कर रहा था, जहां यह हादसा हुआ और बस नहर में चली गई।

पिछले पांच दिन से सीधी-रीवा मार्ग पर छुहिया घाटी में ट्रक खराब हो जाने से जाम लगा हुआ है। यहां का रास्ता पहाड़ी और घुमावदार है। सड़क जर्जर है। जब भी बड़ा वाहन खराब होता है, जाम लग जाता है।

बस में परीक्षा में शामिल होने के लिए काफी संख्या में युवा सवार थे इसलिए घाटी में जाम होने के कारण ही चालक ने नहर के रास्ते बस निकलने की कोशिश की और हादसा हो गया।

जानकारी मिल रही है कि बस की क्षमता 32 सीटों की थी, लेकिन इसमें 58 यात्रियों को बैठाया गया था, जो नियमों का सीधा-सीधा उल्लंघन है। अमूमन इस क्षेत्र की कई बसों में यही स्थिति रहती है।

न तो इस ओर कभी आरटीओ ने ध्यान दिया और न ही पुलिस-प्रशासन के अधिकारी ध्यान देते हैं। ऐसे में बस संचालकों के हौसले बुलंद हैं और वे मनमर्जी काम करते हैं। वे क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाकर उनकी जान संकट में डालते हैं।

बस हादसे में मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पांच-पांच लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है। साथ ही प्रधानमंत्री राहत कोष से पीएम नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है।



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