इंदौर। महू छावनी क्षेत्र में सैन्य जमीनों पर अतिक्रमण के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं। इन ज़मीनों की देखभाल रक्षा संपदा विभाग की ज़िम्मेदारी होती है लेकिन इस विभाग के रहते हुए भी अक्सर ज़मीनों पर बड़े कब्जे होते हैं और इन पर कोई रोक-टोक भी नहीं होती।
मंगलवार को महू में एक ऐसा ही मामला सामने आया जहां रक्षा संपदा विभाग के अधिकारियों को खासे विरोध का सामना करना पड़ा। इस घटना के बाद महू में विभाग के मुख्य अधिकारी ने पत्रकारों से बात की।
रक्षा संपदा अधिकारी के रुप में सपन कुमार महू छावनी में हालही में पदस्थ हुए हैं। वे अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए बताते हैं कि किसी भी कार्रवाई के पहले कई औपचारिकताएं पूरी करना होती है। इसी कारण देरी होती है लेकिन कार्रवाई बिना किसी भेदभाव के कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि स्टे आर्डर की आड़ लेकर अवैध निर्माण नहीं किए जा सकेंगे अगर ऐसा हाेता पाया गया तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
सपन कुमार ने कहा कि यहां नागरिक रक्षा संपदा के बंगलों व बगीचों में लालच में आकर जमीन ना खरीदें। ऐसा करने से पहले जानकारी जरूर ली जानी चाहिए क्योंकि आगे हो सकता है कि उनकी गाढ़ी कमाई व्यर्थ चली जाए।
अब बंगलों-बगीचों में जमीन बेचने या कॉलोनी काटने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी क्योंकि अक्सर ऐसे लोग गरीबों को शासकीय जमीन बेच कर चले जाते हैं। जिससे इनका नुकसान होता है। बंगला नंबर 86 में पूर्व में बड़ी कार्रवाई हो चुकी है इसके बाद भी वहां कब्जा किया जा रहा है जो कि गलत है उन्हें नोटिस देने की ज़रूरत नहीं है।